क्या मध्य प्रदेश के मानकों का अनुसरण अन्य राज्य कर रहे हैं: अमित शाह?
सारांश
Key Takeaways
- मध्य प्रदेश अब तेजी से विकसित हो रहा राज्य है।
- कृषि और उद्योग में प्रगति हो रही है।
- केंद्र सरकार का समर्थन इसे नई ऊँचाइयों तक ले जा रहा है।
- मध्य प्रदेश ने अन्य राज्यों के लिए विकास के मानक स्थापित किए हैं।
ग्वालियर, 25 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि जो राज्य कभी बीमारू के रूप में जाने जाते थे, उनके मानकों का अनुसरण अब अन्य राज्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की सरकार में मध्य प्रदेश एक बीमारू राज्य हुआ करता था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे इस श्रेणी से बाहर निकाला। वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव राज्य को एक विकसित प्रदेश बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
ग्वालियर में आयोजित अभ्युदय मध्य प्रदेश ग्रोथ समिट में अमित शाह ने बताया कि मध्य प्रदेश अब देश के सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में शामिल हो गया है। वैश्विक आर्थिक समस्याओं के बावजूद, राज्य ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए उल्लेखनीय प्रगति की है। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, उद्योग और अन्य क्षेत्रों में यह राज्य अब अग्रणी बन चुका है।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश ने अपनी नई सोच, उद्यमशीलता और नवाचारों के माध्यम से ऐसे विकास के मानक स्थापित किए हैं जिनका अनुकरण अन्य राज्य भी कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने संकेत दिया कि भारत जल्दी ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है और इस उपलब्धि में मध्य प्रदेश का योगदान महत्वपूर्ण रहेगा। यहाँ निवेश के लिए अनुकूल वातावरण और मजबूत नीतियाँ मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि उद्यम से उद्योग का विकास होता है और इससे रोजगार सृजित होते हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है।
अमित शाह ने ग्वालियर क्षेत्र के ऐतिहासिक योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि यहाँ से कई सैनिक और पैरा मिलिट्री बलों में जवानों ने योगदान दिया है।
ग्वालियर की भूमि ने अटल बिहारी वाजपेयी को एक विराट व्यक्तित्व प्रदान किया जो अपने समय का महत्वपूर्ण नेता थे।
उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री मोहन यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि इंडस्ट्रियल समिट की परंपरा को आगे बढ़ाने का यह प्रयास प्रदेश के विकास में सहायक होगा।