क्या मध्य प्रदेश में 5 औद्योगिक इकाइयों के निवेश प्रकरण को सरकार ने मंजूरी दी?
सारांश
Key Takeaways
- 5 औद्योगिक इकाइयों के निवेश प्रकरणों को मंजूरी
- खजुराहो में मंत्री परिषद की बैठक
- जेके सीमेंट का 1850 करोड़ का विस्तार
- अल्केम लैबोरेट्रीज का 500 करोड़ का निवेश
- स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर
छतरपुर, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में निवेश संवर्धन और रोजगार सृजन की दिशा में मंत्रिपरिषद समिति ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 5 औद्योगिक इकाइयों के निवेश प्रकरणों को अनुमोदित किया। इसके साथ ही, प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रस्तावित औद्योगिक परियोजनाओं हेतु वित्तीय सुविधाओं पर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। खजुराहो में मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिपरिषद समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, जिसमें जेके सीमेंट कंपनी के निवेश प्रकरण पर चर्चा की गई।
कंपनी वर्तमान में पन्ना जिले में 2600 करोड़ रुपए के इंटीग्रेटेड क्लिंकर और सीमेंट प्रोडक्शन प्रोजेक्ट पर कार्यरत है और इसने 6000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया है। जेके सीमेंट भविष्य में 1850 करोड़ रुपए से अधिक के अतिरिक्त निवेश के साथ यूनिट का विस्तार करने जा रही है, जिससे 800 लोगों को और रोजगार मिलेगा। बैठक में अल्केम लैबोरेट्रीज कंपनी के निवेश प्रकरण पर भी चर्चा हुई। यह कंपनी फार्मा सेक्टर में फार्मूलेशन-एपीआई और बल्क ड्रग प्रोडक्शन कर रही है। इस कंपनी ने मुंबई में हुए रोड-शो के दौरान 500 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की इच्छा जताई थी।
कंपनी ने उज्जैन के विक्रम उद्योगपुरी में टैबलेट, कैप्सूल, ड्राई सिरप और ड्राई पाउडर इंजेक्शन के निर्माण के लिए यूनिट की स्थापना का प्रस्ताव दिया है। इससे 500 लोगों को रोजगार मिलेगा। राज्य में डिजिटल अवसंरचना, क्लाउड सेवाओं तथा डेटा-आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में मेसर्स कंट्रोल एस डेटा सेंटर लिमिटेड द्वारा बड़वई आईटी पार्क, भोपाल में लगभग 500.20 करोड़ रुपए के निवेश से डेटा सेंटर सुविधा विकसित की जा रही है। इस परियोजना से प्रदेश में लगभग 870 प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार अवसरों का सृजन होगा। यह निवेश प्रदेश में डिजिटल अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह परियोजना डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, राष्ट्रीय डेटा नीति एवं मध्यप्रदेश आईटी और ईएसडीएम निवेश संवर्धन नीति-2023 के लक्ष्यों को आगे बढ़ाएगी। राज्य में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और ईएसडीएम सेक्टर को प्रोत्साहन देने तथा स्थानीय उत्पादन क्षमताओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से केदारा इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा ग्वालियर में लगभग 327.10 करोड़ रुपए के निवेश से एक कॉपर क्लैड लैमिनेट निर्माण इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया है। इस परियोजना से राज्य में लगभग 220 प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर उपलब्ध होंगे।
विश्व की सबसे बड़ी पोटेटो फ्लेक्स निर्माताओं में से एक अहमदाबाद की इस्कॉन बालाजी फूड्स ने उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में 110 करोड़ रुपए के निवेश से यूनिट स्थापित कर उत्पादन शुरू कर दिया है, जिससे 350 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। बैठक में मंत्री मंडलीय समिति ने सभी प्रस्तावित एवं संचालित परियोजनाओं को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रस्ताव पर सैद्धांतिक अनुमोदन दिया। इसके तहत प्रचलित उद्योग संवर्धन समितियों में उपलब्ध प्रावधानों के साथ ही अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करने पर सहमति बनी। इस निर्णय से न केवल प्रदेश में औद्योगिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा, बल्कि युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।