क्या मध्य प्रदेश में भारी बारिश ने जन जीवन को प्रभावित किया है?

सारांश
Key Takeaways
- भारी बारिश से जन जीवन पर व्यापक असर पड़ा है।
- बांधों का जल स्तर बढ़ रहा है, जिससे पानी निकासी की जा रही है।
- राज्य के 30 से अधिक जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
भोपाल, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में चालू भारी बारिश के कारण लोगों का जीवन गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। बांध भर चुके हैं, जिसके चलते उनके गेट खोले जा रहे हैं। इस स्थिति के कारण निचली बस्तियों में पानी भरने की समस्या उत्पन्न हो रही है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में फिर से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में चल रही लगातार बारिश से नदियों और नालों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। सड़कों पर कई फुट पानी जमा हो चुका है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में पचमढी में 91 मिलीमीटर, बैतूल में 30 मिलीमीटर और भोपाल में 33 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी समान बारिश की घटनाएँ हुई हैं।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारी बारिश के परिणामस्वरूप रेलवे स्टेशन के आस-पास की सड़कों और घरों में पानी भर गया है, जिससे आवागमन में बाधा उत्पन्न हो गई है। राज्य के 30 से अधिक जिलों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पानी जमा होने से यातायात ठप हो गया है। बारिश के कारण बांधों का जल स्तर बढ़ रहा है। नर्मदापुरम के तवा बांध के सात गेट और बैतूल के सतपुड़ा बांध के गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। राज्य के अन्य बांधों से भी जल निकासी की जा रही है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 30 से ज्यादा जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना, सतना और रीवा में भारी बारिश की संभावना है। इसी प्रकार गुना, अशोक नगर, विदिशा, सीहोर, नर्मदा पुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, जबलपुर, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, मऊगंज, उमरिया, सीधी और सिंगरौली में भी अति भारी बारिश की संभावना है।