क्या मध्य प्रदेश में पुलिसकर्मी की लापरवाही ने एक जीवन समाप्त कर दिया?
सारांश
Key Takeaways
- पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी और लापरवाही
- शराब पीकर गाड़ी चलाना कितना खतरनाक है
- दुर्घटनाओं से बचने के उपाय
- सुरक्षा के प्रति जागरूकता
- घायलों को त्वरित चिकित्सा सहायता
नीमच, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के नीमच में शुक्रवार को एक सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो बच्चों सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, यह हादसा नीमच कैंट थाना क्षेत्र के अंतर्गत भरभड़िया-जावद रोड पर घाटी के समीप सुबह हुआ। जावद थाने में एएसआई मनोज यादव शराब के नशे में तेज रफ्तार कार चला रहे थे। इसी दौरान उन्होंने नियंत्रण खो दिया और सामने से आ रही दो मोटरसाइकिलों को जोरदार टक्कर मार दी।
इस दुर्घटना में ज्ञानोदय आईटीआई कॉलेज के शिक्षक दशरथ पिता शंभूलाल राठौर (42), निवासी जावद, की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर मृतक के परिजन भी घटना स्थल पर पहुंचे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध किया।
घायलों में मृतक की पत्नी ललिता (35), पुत्र हर्षित (10), पुत्र जय (6) तथा एक अन्य बाइक सवार भोपाल सिंह पिता नारायण सिंह निवासी अठाना शामिल हैं। सभी घायलों को तत्काल उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
अठाना निवासी घायल भोपाल सिंह ने बताया कि वह अपनी बाइक से घर लौट रहे थे, तभी सामने से आ रही कार ने दो मोटरसाइकिलों को टक्कर मारते हुए उन्हें भी टक्कर मार दी। उन्होंने आरोप लगाया कि कार चला रहे पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे।
नीमच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया ने दुर्घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि भरभड़िया और महेशपुरिया के बीच यह दुखद घटना घटी है। गाड़ी चला रहे हमारे एक पुलिसकर्मी ने सामने से आ रही दो मोटरसाइकिलों को टक्कर मारी, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है तथा मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।