क्या गोवा में एसआईआर की प्रक्रिया और जिला पंचायत चुनाव का एक साथ होना उचित है?
सारांश
Key Takeaways
- गोवा में जिला पंचायत चुनाव और एसआईआर की प्रक्रिया एक साथ शुरू हो रही है।
- आतिशी मार्लेना ने इस पर सवाल उठाए हैं।
- 9 दिसंबर को एसआईआर का ड्राफ्ट रोल जारी होगा।
- 13 दिसंबर को जिला पंचायत चुनाव होंगे।
- चुनाव आयोग को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।
नई दिल्ली, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष आतिशी मार्लेना ने गोवा में जिला पंचायत चुनाव और मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया को एक साथ शुरू करने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि आखिर ऐसा क्या कारण था कि इन दोनों प्रक्रियाओं को एक साथ लाना आवश्यक हो गया। इस विषय में हमारी चुनाव आयोग से बातचीत भी हुई है।
गोवा में एसआईआर की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। इस संदर्भ में सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। 9 दिसंबर को एसआईआर के लिए ड्राफ्ट रोल जारी किया जाएगा और 13 दिसंबर को जिला पंचायत चुनाव होंगे। इसके कुछ दिनों बाद गोवा में जिला पंचायत चुनावों के लिए आचार संहिता लागू हो जाएगी।
आतिशी मार्लेना ने कहा, "जब गोवा में जिला पंचायत का चुनाव होगा, तो सभी राजनीतिक दल के नेता चुनावी प्रक्रियाओं में लगे रहेंगे। ऐसे में किसी के पास एसआईआर की प्रक्रिया की निगरानी करने का समय नहीं होगा। चुनाव के दौरान राजनीतिक दल बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करते हैं, जो चुनावी प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्पष्ट है कि जब चुनावी प्रक्रिया शुरू होगी, तो कोई भी राजनीतिक दल का नेता एसआईआर पर ध्यान नहीं दे सकेगा।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण और जिला पंचायत चुनाव एक साथ क्यों हो रहे हैं, यह अपने आप में जांच का विषय है। एसआईआर की प्रक्रिया और जिला पंचायत चुनाव एक हफ्ते बाद भी गोवा में आयोजित किए जा सकते थे। लेकिन ऐसा क्यों नहीं किया गया, यह प्रश्न उठता है। इस संदर्भ में चुनाव आयोग से हमारी बात हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि 12 राज्यों में मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। चुनाव आयोग ने इस संबंध में एक विस्तृत प्रक्रिया तय की है कि यदि किसी का नाम गलत तरीके से ड्राफ्ट इलेक्ट्रॉल रोल में शामिल हो जाता है, तो उसकी जांच की जाएगी। उस व्यक्ति को नोटिस भी भेजा जाएगा कि उसे क्या दस्तावेज प्रस्तुत करने हैं।