क्या महागठबंधन में फूट है? सीट बंटवारे और सीएम चेहरे पर असहमति: मंत्री जोगाराम पटेल

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन में गहरी फूट है।
- सीट बंटवारे पर असहमति है।
- मुख्यमंत्री उम्मीदवार तय नहीं हुआ है।
- विपक्ष की एकजुटता केवल कागजों पर है।
- बिहार की जनता एनडीए को समर्थन देगी।
जयपुर, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस बीच, राजस्थान सरकार में मंत्री जोगाराम पटेल ने महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में इंडिया गठबंधन में गहरी फूट स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। अब तक कांग्रेस और राजद के बीच सीटों का बंटवारा निश्चित नहीं हुआ है, और यह इस बात का सबसे बड़ा प्रमाण है कि गठबंधन में आंतरिक मतभेद गहरे हैं।
पटेल ने कहा, "जब चुनाव नजदीक हों और अब तक उम्मीदवारों का चयन न हो, यह दर्शाता है कि महागठबंधन एकमत नहीं है।"
उन्होंने कहा कि महागठबंधन अब तक यह भी तय नहीं कर पाया है कि उसका मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन होगा। उनके अनुसार, सीएम चेहरे का न तय होना इस बात का संकेत है कि महागठबंधन में फूट बढ़ रही है, घट नहीं रही। आने वाले दिनों में यह मतभेद और गहराएंगे।
जोगाराम पटेल ने कहा कि विपक्षी दलों की एकजुटता केवल कागजों पर है, और जमीनी हकीकत कुछ और ही दिखा रही है। उन्होंने दावा किया कि गठबंधन के भीतर कई दल असंतुष्ट हैं और कई नेता टिकट बंटवारे को लेकर नाराज हैं।
पटेल ने विपक्ष के हालिया अभियानों पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन ने नारे बदलने और यात्राएं निकालने की कोशिश की, लेकिन बिहार की जनता सब समझती है।
उन्होंने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन के भीतर झगड़ा होना तय है। जोगाराम पटेल ने विश्वास जताया कि बिहार की जनता इस बार भी विकास और स्थिरता के नाम पर एनडीए की सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने विकास की दिशा पकड़ी है और जनता उसे आगे बढ़ाने के लिए एनडीए को ही वोट देगी। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता समझदार है।