क्या महाराष्ट्र निकाय चुनाव में महायुति की जीत से जनता खुश है?
सारांश
Key Takeaways
- महायुति ने स्थानीय निकाय चुनाव में 207 सीटें जीतीं।
- राजीव रंजन प्रसाद ने मुख्यमंत्री के कार्यों की सराहना की।
- विपक्ष महा विकास आघाड़ी केवल 44 सीटें जीत पाई।
- जीतन राम मांझी ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया।
- महायुति भाजपा, शिवसेना और राकांपा का गठबंधन है।
पटना, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों के परिणामों पर जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह महायुति गठबंधन की एक अद्भुत उपलब्धि है।
राजीव रंजन प्रसाद ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "यह महायुति गठबंधन का एक बेहतरीन प्रदर्शन है। विधानसभा चुनावों में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महायुति की मजबूत उपस्थिति थी। हमें उम्मीद है कि यह जीत का सिलसिला बीएमसी में भी जारी रहेगा। जनता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यों से संतुष्ट है, इसलिए निकाय चुनाव में हमें यह जीत मिली है।"
महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव के परिणाम में महायुति ने शानदार जीत हासिल की है। सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनाव में 207 अध्यक्ष पदों पर कब्जा जमाया है। वहीं, विपक्षी महा विकास आघाड़ी (एमवीए) केवल 44 सीटें ही जीत सकी। महायुति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के वोटों की दोबारा गिनती संबंधी बयान पर राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, "जीतन राम मांझी एक वरिष्ठ नेता हैं। उनके बयान उनकी पार्टी के वर्तमान मुद्दों को दर्शाते हैं। सीटों के मामले में यह एनडीए की परंपरा है कि सभी नेता एकत्र होते हैं और सामूहिक निर्णय लेते हैं। मैं इस विषय में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता।"
इसके पहले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपने एक वायरल वीडियो को लेकर सफाई दी थी कि उन्होंने केवल री-काउंटिंग की बात की थी।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा था कि वीडियो को गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया गया है और उनके बयान का अर्थ तोड़-मरोड़कर जनता के सामने लाया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे केवल चुनाव प्रक्रिया के दौरान री-काउंटिंग की चर्चा कर रहे थे, न कि किसी प्रकार की चुनावी हेराफेरी की।