क्या सीएम ममता बनर्जी का बयान राष्ट्र सुरक्षा के लिए खतरा है? - सादिनेनी यामिनी शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- ममता बनर्जी के बयान पर विवाद बढ़ा है।
- सादिनेनी यामिनी शर्मा ने इसे राष्ट्र सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
- मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं की पहचान जरूरी है।
विजयवाड़ा, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता सादिनेनी यामिनी शर्मा ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान को राष्ट्र सुरक्षा के लिए खतरा बताया, जिसमें उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया था कि वे चाकू लेकर आएं और चुनाव अधिकारियों पर हमला करें।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि किसी राज्य की मुख्यमंत्री एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह का बयान दे रही हैं। यह पूरी तरह से निंदनीय है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यह बयान राष्ट्र के हित में नहीं है।
भाजपा विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह समझना होगा कि कोई भी चुनाव डराकर और धमकाकर नहीं जीता जाता है, बल्कि उसके लिए पहले लोगों का भरोसा जीतना होता है। जब तक आप लोगों का भरोसा नहीं जीतेंगे, तब तक आप कैसे चुनाव जीतने की कल्पना कर सकते हैं? यह बिल्कुल अनुचित है। अगर आपने सत्ता में रहते हुए लोगों के हित के लिए काम किए हैं, तो निसंदेह आपको चुनाव जीतने से कोई नहीं रोक सकता है। लेकिन, जिस तरह का बयान देकर लोगों को उद्वेलित करने की कोशिश कर रहे हैं, वह पूरी तरह से निंदनीय है। एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी मुख्यमंत्री का ऐसा बयान पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर विराजमान व्यक्ति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराएं, लेकिन सीएम ममता बनर्जी जिस तरह का बयान दे रही हैं, वह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके बयान से यह साफ जाहिर हो रहा है कि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में हार का डर सता रहा है।
सादिनेनी यामिनी शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया से भी डर है, क्योंकि इस प्रक्रिया के तहत फर्जी मतदाताओं को चिह्नित किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक यह बात कह चुके हैं कि भारत की भूमि सिर्फ हिंदुस्तानियों की है। यह भूमि किसी गैर-हिंदुस्तानियों के लिए नहीं है। इसी वजह से एसआईआर की प्रक्रिया के तहत यहां पर अवैध रूप से रह रहे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के बयान से यह साफ जाहिर हो रहा है कि वह किसी मानसिक बीमारी से जूझ रही हैं। जिस तरह का बयान उन्होंने दिया है, वह पूरी तरह से निंदनीय है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
भाजपा विधायक ने कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को डर लग रहा है, क्योंकि इस प्रक्रिया के तहत फर्जी मतदाताओं को चिन्हित किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में ममता बनर्जी को इसी बात का डर है कि अगर सभी फर्जी मतदाताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा, तो उन्हें राजनीतिक लाभ कैसे अर्जित होगा।