क्या ममता सरकार में आतंकवादी, घुसपैठिए और अपराधी सुरक्षित हैं? - शहजाद पूनावाला
सारांश
Key Takeaways
- शहजाद पूनावाला का आरोप है कि ममता सरकार में आतंकवादी और घुसपैठिए सुरक्षित हैं।
- टीएमसी नेताओं की धमकियों पर चिंता व्यक्त की गई है।
- चुनाव आयोग को मामले में संज्ञान लेने की जरूरत है।
- ममता बनर्जी के दुर्गा आंगन कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन पर आपत्ति।
- कांग्रेस और मौलानाओं के बीच संबंधों पर सवाल उठाए गए हैं।
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां पर केवल जिहादी, आतंकवादी, घुसपैठिए और अपराधी सुरक्षित हैं। यह बयान एसआईआर ऑब्जर्वर पर हमले के बाद आया है।
शहजाद पूनावाला ने नई दिल्ली में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि टीएमसी नेता खुलेआम धमकियां दे रहे हैं और कह रहे हैं कि वो हाथ-पैर तोड़ देंगे, क्योंकि वे घुसपैठियों का संरक्षण चाहते हैं। इससे स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है। चुनाव आयोग को इस मामले में गंभीरता से ध्यान देना चाहिए, क्योंकि ये हमले ममता बनर्जी के घुसपैठियों और रोहिंग्याओं के वोट बैंक को बचाने के लिए किए जा रहे हैं।
ममता बनर्जी द्वारा ‘दुर्गा आंगन’ कॉम्प्लेक्स की आधारशिला रखे जाने पर भाजपा नेता ने कहा कि एक तरफ टीएमसी ने हुमायूं कबीर जैसे लोगों को खुला छोड़ दिया है, जिन्होंने 'बाबरी जिंदाबाद' और 'हम बाबरी मस्जिद फिर से बनाएंगे' जैसे नारे लगाए, जबकि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। दूसरी तरफ टीएमसी के नेता हिंदू धर्म का अपमान करते हैं और दावा करते हैं कि भगवान राम मुस्लिम थे, जबकि 'जय श्री राम' का नारा लगाने वालों को गिरफ्तार करते हैं। चुनाव के दौरान ऐसे लोग मौसमी हिंदू बन जाते हैं। हम सीधे मांग करते हैं कि हुमायूं कबीर को जेल भेजें और 'जय श्री राम' के विरोध में टीएमसी का रुख स्पष्ट करें।
नए साल के जश्न पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के बयान पर शहजाद पूनावाला ने कहा कि सबसे पहले मौलाना साहब को बताएं कि वह रोजाना टीवी पर दावा करते हैं कि उन्होंने फतवा जारी किया है, लेकिन खुद टीवी पर आना ही शरीयत के तहत मना है। वह खुद वही कर रहे हैं जो शरीयत में हराम माना जाता है। उन्हें पहले पूरी तरह से शरीयत का पालन करना चाहिए और टीवी पर आना बंद करना चाहिए।
शहजाद पूनावाला ने कहा कि इस नफरत फैलाने वाले मौलाना का कॉन्फिडेंस इसलिए बढ़ा हुआ है क्योंकि कांग्रेस पार्टी और एक खास ग्रुप मिलकर एक ऐसा इकोसिस्टम बनाते हैं जो दावा करता है कि शरीयत संविधान से ऊपर है। कांग्रेस का यह इकोसिस्टम ऐसे मौलानाओं को बढ़ावा दे रहा है। इसीलिए वे फतवों और शरीयत के जरिए देश चलाना चाहते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि देश संविधान से चलता है।
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह इंडियन नेशनल कांग्रेस नहीं, इस्लामाबाद नेशनल कांग्रेस है। इसीलिए वे इस्लामाबाद, कराची और पाकिस्तान के राष्ट्रगान से परिचित हैं, लेकिन भारत के राष्ट्रगान में बार-बार गलतियां करते हैं। उनका भरोसा विदेशी नेताओं पर है और उनकी लीडरशिप बाहरी ताकतों से प्रभावित है। वे भारतीय राज्य को चुनौती देते हैं, भारतीय सेना पर सवाल उठाते हैं और संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ आवाज उठाते हैं। ऐसे लोग भारत का राष्ट्रगान या 'वंदे मातरम' ठीक से कैसे सीख सकते हैं? इसीलिए वे बार-बार गलतियां करते हैं।
कर्नाटक के डिप्टी चीफ मिनिस्टर डीके शिवकुमार के बयान पर शहजाद पूनावाला ने कहा कि लेफ्ट और कांग्रेस के बीच यह टकराव अब एक नए लेवल पर पहुंच गया है। डीके शिवकुमार ने खुलेआम केरल के लोगों और मलयाली लोगों का अपमान किया है। मैं प्रियंका गांधी, केरल कांग्रेस और केसी वेणुगोपाल से अपील करता हूं कि वे केरल के बारे में डीके शिवकुमार के बयान पर अपना साफ रुख बताएं।