क्या कंगना रनौत ने मंडी में स्वदेशी उत्पादों के उपयोग का आह्वान किया?

सारांश
Key Takeaways
- कंगना रनौत का स्वदेशी उत्पादों का समर्थन
- जीएसटी 2.0 के तहत नए सुधार
- बचत उत्सव का महत्व
- स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने की आवश्यकता
- विक्रमादित्य सिंह की शादी की बधाई
मंडी, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी 2.0 के तहत नेक्स्ट जेन सुधार सोमवार से लागू हो गए हैं। इसे सरकार बचत उत्सव के रूप में मनाने जा रही है। इसी के प्रचार के लिए सांसद एवं अभिनेत्री कंगना रनौत मंडी पहुँचीं। यहां उन्होंने बचत उत्सव रैली में भाग लेते हुए दुकानदारों को इस विषय में जागरूक किया और आम जनता से इसका लाभ उठाने का आग्रह किया।
कंगना रनौत ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिया गया ऐतिहासिक निर्णय न केवल दुकानदारों और व्यवसायियों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी राहत का कारण बना है। मैं चाहती हूँ कि हम सभी स्वदेशी चीजों का अधिकतम उपयोग करें। आज हमारा देश चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। यह तभी संभव होगा जब हम स्वदेशी वस्तुओं का अधिक से अधिक व्यापार करेंगे।"
इस रैली के दौरान सुंदरनगर के विधायक राकेश जामवाल भी उनके साथ उपस्थित रहे। कंगना ने भोजपुर बाजार की दुकानों में जाकर दुकानदारों को फूल भेंट किए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बचत उत्सव वाले स्टीकर भी लगाए।
सांसद कंगना रनौत ने हिमाचल सरकार के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह को शादी की बधाई भी दी। उन्होंने कहा, "मेरा विक्रमादित्य सिंह से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं है, यह सिर्फ राजनीतिक विचारधारा की लड़ाई है। उनके स्व. पिता वीरभद्र सिंह मुझसे बहुत प्यार करते थे एवं मुझे अपनी बेटी मानते थे। आज विक्रमादित्य सिंह शादी कर रहे हैं और हिमाचल के राजकुमार हैं। ऐसे में उन्हें शादी की बधाई।"
ज्ञात रहे कि सोमवार को विक्रमादित्य सिंह ने चंडीगढ़ में डॉक्टर अमरीन कौर के साथ विवाह बंधन में बंधे।
इसके अलावा, किसान आंदोलन पर की गई टिप्पणी पर मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्न पर कंगना ने कहा कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।
बता दें कि नवरात्रि के अवसर पर जीएसटी की नई दरें लागू की गई हैं, जिसे 'बचत उत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है। विशेष बात यह है कि इस वर्ष नवरात्रि, जीएसटी 2.0 के लागू होने के साथ प्रारंभ हो रही है। जीएसटी 2.0 एक बड़ा टैक्स सुधार है, जिसका उद्देश्य भारत की अप्रत्यक्ष कर प्रणाली को सरल बनाना और 375 से अधिक वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें कम करना है।
नए जीएसटी ढांचे के तहत, सरकार ने टैक्स स्लैब की संख्या को घटाकर दो - 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत कर दिया है, जबकि पहले यह चार - 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत थी।