क्या मांड्या में नारियल गोदाम में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- कर्नाटक के मांड्या जिले में नारियल गोदाम में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ।
- प्रसन्ना ने किसानों से नारियल खरीदकर गोदाम में स्टॉक किया था।
- आग की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।
- स्थानीय लोगों ने आग बुझाने में मदद की, लेकिन नुकसान बड़ा हुआ।
- प्रसन्ना ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
मांड्या, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के मांड्या जिले के गुनायकनहल्ली गांव में एक गंभीर घटना घटित हुई है, जहां एक नारियल गोदाम अचानक आग की चपेट में आ गया। इस आग ने तेजी से फैलते हुए लाखों रुपए का माल जला दिया।
यह गोदाम गांव के निवासी प्रसन्ना का बताया जा रहा है, जिन्होंने कई आसपास के गांवों के किसानों से नारियल खरीदकर इसे बड़े पैमाने पर यहां स्टॉक किया था।
स्थानीय लोगों के अनुसार, आग अचानक लगी और कुछ ही मिनटों में गोदाम पूरी तरह से जलने लगा। प्रारंभिक जाँच में आग के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चला है, लेकिन यह संभावना जताई जा रही है कि यह घटना किसी शरारती तत्व द्वारा की गई हो। हालांकि पुलिस ने बताया कि सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।
गोदाम में रखे लगभग 15 टन नारियल आग में पूरी तरह नष्ट हो गए, जिसकी कीमत लगभग 55 लाख रुपए बताई जा रही है। इसके अलावा करीब 6 टन ग्राउट भी जलकर खाक हो गया। आग इतनी भयंकर थी कि पूरा शेड भी राख में तब्दील हो गया।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और कठिन परिश्रम के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक भारी नुकसान हो चुका था। आसपास के ग्रामीणों ने भी आग बुझाने में मदद की, लेकिन तेज लपटों के कारण कुछ भी नहीं बचाया जा सका।
इस घटना से सदमे में आए प्रसन्ना ने तालुक प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि उन्होंने किसानों से खरीदा हुआ पूरा माल इसी गोदाम में रखा था और अचानक लगी आग ने उन्हें बड़ा आर्थिक झटका दिया है।
घटना को लेकर शिवल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है और पुलिस आग के वास्तविक कारणों की जांच कर रही है। गांव में इस घटना के बाद चिंता और चर्चा का माहौल है, क्योंकि यह नुकसान सीधे तौर पर किसानों और प्रसन्ना की आजीविका से जुड़ा है।