क्या मणिपुर में कोरोना के 33 नए केस दर्ज हुए हैं, कुल मामले बढ़कर 145 हो गए?

सारांश
Key Takeaways
- 33 नए कोविड-19 मामले मणिपुर में दर्ज हुए हैं।
- कुल मामलों की संख्या 145 हो गई है।
- स्वास्थ्य अधिकारियों ने सतर्क रहने की अपील की है।
- मणिपुर में 32.7 प्रतिशत की सकारात्मकता दर है।
- 122 लोग होम क्वारंटीन में हैं।
इंफाल, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर में कोविड-19 के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। रविवार को 33 व्यक्तियों में वायरस की पुष्टि हुई, जिससे इस पूर्वोत्तर राज्य में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 145 हो गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि रविवार को 101 नमूनों की जांच की गई और तीन जिलों, इंफाल पश्चिम (27), इंफाल पूर्व (3) और थौबल (3) में 33 नमूनों को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया गया। अधिकारियों के अनुसार, रविवार तक कुल 145 पॉजिटिव मामलों में से 103 इंफाल पश्चिम जिले में, 29 इंफाल पूर्व जिले में, 6 थौबल जिले में, 4 बिष्णुपुर में, 2 टेंग्नौपाल में और 1 काकचिंग जिले में सामने आया।
टेंग्नौपाल जिले को छोड़कर, बाकी सभी पांच जिले इंफाल घाटी क्षेत्र में आते हैं।
मणिपुर में इस साल का पहला कोविड मामला 9 जून को सामने आया, जब 23 वर्षीय एक महिला में कोविड-19 की पुष्टि हुई। यह कोरोनावायरस संक्रमण की मौजूदा लहर में पूर्वोत्तर राज्य का पहला मामला था।
वर्तमान में, मणिपुर में कोविड-19 की सकारात्मकता दर 32.7 प्रतिशत है। कुल 122 लोग कोविड पॉजिटिव मामलों के कारण होम क्वारंटीन में हैं।
मणिपुर स्वास्थ्य सेवा निदेशक चंबो गोनमेई ने कहा कि यह महिला बिष्णुपुर जिले की निवासी है और उसमें कोविड जैसे लक्षण विकसित हुए थे। 5 जून को इंफाल के एक निजी क्लिनिक में उसके नमूनों की जांच की गई और 9 जून को नतीजे आए। गोनमेई ने लोगों से देश के अन्य हिस्सों में संक्रमण के प्रसार को देखते हुए सतर्क रहने की अपील की।
इस बीच, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने पहले राजभवन में कोविड-19 की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्य सचिव प्रशांत कुमार सिंह, राज्य स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और अन्य अधिकारी शामिल हुए।
कोविड-19 के फिर से उभरने की बढ़ती चिंताओं के बीच स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से हाल ही में दिए गए निर्देशों के मद्देनजर समीक्षा की गई। राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने राज्यपाल को राज्य की तैयारियों के बारे में जानकारी दी, जिसमें निदान, सुरक्षात्मक उपकरण, ऑक्सीजन आपूर्ति, आईसीयू और आइसोलेशन वार्ड, आवश्यक दवाएं और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम शामिल हैं। परीक्षण क्षमता, चिकित्सा आपूर्ति और अस्पताल की तैयारी से संबंधित चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल भल्ला ने सक्रिय उपायों, पर्याप्त चिकित्सा बुनियादी ढांचे और सामुदायिक जागरूकता के महत्व पर जोर दिया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य मामलों में किसी भी संभावित उछाल से निपटने के लिए सुसज्जित रहे।