क्या मैं भारत-पाक मैच नहीं देखूंगा? पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने की घोषणा

सारांश
Key Takeaways
- मनोज तिवारी ने भारत-पाक मैच का बहिष्कार करने का ऐलान किया।
- पहलगाम आतंकी हमले के कारण यह निर्णय लिया गया।
- उन्होंने कहा कि खेल का उद्देश्य बलिदान का अपमान नहीं होना चाहिए।
- अन्य सभी मैच शेड्यूल के अनुसार होंगे।
हावड़ा, ११ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मैच को लेकर पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने कहा है कि वह इस मैच का बहिष्कार करेंगे और वे इस महत्वपूर्ण खेल का लाइव प्रसारण देखने से इनकार करते हैं।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें १४ सितंबर को आमने-सामने होंगी। इस मैच पर पूरी दुनिया की नज़रें रहेंगी। क्रिकेट प्रेमियों के बीच इस मैच को लेकर उत्साह के साथ ही विवाद भी बढ़ता जा रहा है।
पूर्व क्रिकेटर और बंगाल सरकार में मंत्री मनोज तिवारी ने मैच के बहिष्कार की ज़िम्मेदारी लेते हुए कहा कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना अनुचित है, क्योंकि यह हमारे लोगों के बलिदान का अपमान है। उन्होंने कहा, "खिलाड़ी बीसीसीआई के अनुबंध के कारण चुप रहते हैं, लेकिन केंद्र सरकार और बीसीसीआई को इस मैच की अनुमति नहीं देनी चाहिए।"
हावड़ा में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच क्यों हो रहा है। उनका कहना था कि यह मैच नहीं होना चाहिए था। पाकिस्तान से आतंकवादी आते हैं और हमारे निर्दोष लोगों की हत्या कर निकल जाते हैं। इसीलिए पाकिस्तान की क्रिकेट टीम के साथ मैच खेलने का कोई सवाल नहीं है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जानता है कि उसके आतंकी भारत में आतंक फैलाते हैं, क्या वे उन्हें खत्म नहीं कर सकते? हमारी केंद्र सरकार क्या कर रही है, क्या वे इतनी जल्दी पहलगाम आतंकी घटना को भूल गए? हमारे निर्दोष लोगों को मारा गया। जब तक पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देना बंद नहीं करता, हम उनके साथ मैच नहीं खेल सकते।
पूर्व क्रिकेटर ने स्पष्ट किया कि १४ सितंबर को वह भारत-पाक मैच नहीं देखेंगे। वह इस मैच का पूर्ण बहिष्कार करते हैं। एशिया कप में भारत-पाक के अलावा अन्य सभी मैच निर्धारित समय पर खेले जाने चाहिए, लेकिन भारत-पाक मैच पर प्रतिबंध होना चाहिए।