क्या कांग्रेस मनरेगा के मजदूरों की आवाज बनेगी: दीपेंद्र सिंह हुड्डा?
सारांश
Key Takeaways
- मनरेगा के मजदूरों के अधिकारों की रक्षा का वादा किया गया है।
- सरकार पर आरोप है कि उसने मनरेगा योजना को कमजोर किया है।
- कांग्रेस देशभर में मनरेगा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी।
नई दिल्ली, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि उनकी पार्टी मनरेगा के मजदूरों की आवाज बनेगी और जी राम जी कानून के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगी।
शनिवार को हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हुए।
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने जी राम जी कानून और मनरेगा पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि सरकार ने धीरे-धीरे इस योजना को कमजोर किया है और इसके बजट में कटौती की है। अब, एक बड़े झटके के रूप में, सरकार ने मनरेगा में अपना योगदान भी कम कर दिया है। कांग्रेस पार्टी देशभर के सभी मनरेगा मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आएगी। किसी भी योजना को सरकार की राजनीतिक दुश्मनी का शिकार नहीं बनने दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि कांग्रेस पहले ही चिंता जता चुकी है और कहा है कि वह मनरेगा के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगी। मनरेगा को खत्म करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होंगे, क्योंकि यह गरीबों के अधिकारों का उल्लंघन है।
कांग्रेस नेता माणिकराव ठाकरे ने कहा कि मनरेगा, जो महात्मा गांधी की रोज़गार गारंटी योजना थी, को हमारे नेताओं सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में कानूनी रूप से लागू किया था। इसने गरीब और मेहनतकश नागरिकों को अधिकार दिया। सोनिया गांधी ने यह सुनिश्चित किया कि यह अधिकार मेहनतकश और वंचित वर्गों तक पहुंचे। हालांकि, पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने इस अधिकार को पूरी तरह से छीनने का प्रयास किया है।
कांग्रेस नेता नसीर हुसैन ने कहा कि क्योंकि एजेंडा मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर केंद्रित था, इसलिए सभी राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की गई। मनरेगा के खिलाफ हो रही कार्रवाई से गरीब मजदूरों की रोज़ी-रोटी प्रभावित हो रही है, क्योंकि इस योजना को कमजोर किया जा रहा है, जिससे उनकी बुनियादी ज़रूरतों पर असर पड़ रहा है। नए अधिनियम पर विस्तार से चर्चा की गई। मनरेगा को लेकर गांव-गांव तक अपने आंदोलन को लेकर जाएंगे।