क्या मंत्री संतोष सुमन ने बिहार चुनाव में एनडीए की जीत का दावा किया?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव का दूसरा चरण सफल रहा।
- संतोष कुमार सुमन ने एनडीए की जीत का दावा किया।
- मतदाताओं ने विकास को प्राथमिकता दी।
- महागठबंधन के वादों को नकारा गया।
- 45399 मतदान केंद्र स्थापित किए गए।
गयाजी, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव का दूसरा चरण मंगलवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इस दौरान कई प्रमुख नेताओं ने इस लोकतंत्र के महापर्व में अपने मताधिकार का उपयोग किया। बिहार के मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने भी दोपहर के बाद मतदान केंद्र पहुँचकर मतदान किया।
मंत्री संतोष कुमार सुमन ने अपनी पत्नी दीपा मांझी के साथ गांव के मतदान केंद्र उत्क्रमित मध्य विद्यालय, महकार में मत डालें। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि दूसरे चरण में मतदाताओं ने विकास के पक्ष में मतदान किया। यह स्पष्ट संकेत है कि बिहार में इस बार एनडीए रिकॉर्ड सीट जीतकर सरकार बनाने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेताओं ने चुनाव में भ्रम फैलाने की कोशिश की, लेकिन मतदाता उन्हें पहचान चुके हैं। इसीलिए, मतदाताओं ने विकास को वोट दिया। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ने बिहार को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया है और जनता इस जोड़ी को फिर से बिहार की सत्ता सौंपेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में एनडीए के पक्ष में लहर है। महागठबंधन का कोई नाम लेने वाला नहीं है। बिहार के लोग महागठबंधन के झूठे वादों को पूरी तरह नकार चुके हैं और उन्हें एनडीए की सरकार पर विश्वास है। लोग जानते हैं कि एनडीए ही बिहार का विकास कर सकता है। महागठबंधन के सत्ता में आने से गुंडागर्दी बढ़ने की आशंका है और 2005 से पहले का जंगलराज फिर लौट सकता है।
दूसरे चरण में 122 विधानसभा सीटों के मतदाताओं ने ईवीएम में 1302 उम्मीदवारों की किस्मत कैद कर दी। इस चरण में एनडीए और महागठबंधन के कई दिग्गजों का सियासी भविष्य दांव पर है। मतदान के लिए 45399 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 5326 शहरी और 40073 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। चुनाव के इस चरण में जिन 122 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें एनडीए की ओर से 122 और महागठबंधन के 127 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।