क्या मतदाता पुनरीक्षण से देश के लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी? : भाजपा विधायक संजय उपाध्याय

सारांश
Key Takeaways
- मतदाता पुनरीक्षण से फर्जी मतदाता की पहचान होगी।
- यह लोकतंत्र को मजबूत करेगा।
- राजनीतिक दलों की पारदर्शिता बढ़ेगी।
- बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत की संभावना।
- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक छवि।
मुंबई, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने शुक्रवार को मतदाता पुनरीक्षण पर चल रही राजनीतिक चर्चा के बीच अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में मतदाता पुनरीक्षण के लाभों का उल्लेख करते हुए कहा कि चुनावों के दौरान अक्सर फर्जी मतदाता मतदान करते हैं। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया आरंभ की गई है।
विपक्षी दलों द्वारा मतदाता पुनरीक्षण पर उठाए गए सवालों पर संजय उपाध्याय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि किसी को भी मतदाता पुनरीक्षण पर आपत्ति होनी चाहिए। कुछ राजनीतिक दल इसका उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि मतदाता पुनरीक्षण अब पूरे देश में लागू होने की योजना है, जिसका स्वागत किया जाना चाहिए। इससे फर्जी मतदाताओं की पहचान में मदद मिलेगी। जब केवल वैध मतदाता ही मतदान सूची में होंगे, तो यह देश के लोकतंत्र को मजबूत करेगा।
चुनाव बहिष्कार के सवाल पर, संजय उपाध्याय ने कहा कि कुछ समूह हमेशा देश के खिलाफ काम करने का प्रयास करते हैं, लेकिन अब इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। पिछले ११ वर्षों से एक ऐसी सरकार कार्यरत है, जो लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के अनुरूप काम कर रही है।
उन्होंने इंदिरा गांधी के द्वारा लगाए गए आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि तब भी लोगों ने लोकतंत्र की रक्षा की। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने आतंकवाद का सामना करते हुए लोकतंत्र में अपनी आस्था दिखाई है।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार भी वहां हमारी सरकार बनेगी। विपक्ष के नेताओं की बातें ये दर्शाती हैं कि नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार गठन की संभावना प्रबल है।
इसके अलावा, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज का भारत किसी के सामने झुकता नहीं है और अपने हितों को सबसे पहले रखता है।
कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा लगता था कि उनकी सरकार बनी रहेगी, लेकिन अब देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी के हाथों में है, जिन्होंने हमेशा देशहित को प्राथमिकता दी है।