क्या केंद्र सरकार संविधान से भागने की कोशिश कर रही है? : सुखदेव भगत

सारांश
Key Takeaways
- सुखदेव भगत का आरोप: मोदी सरकार संविधान से भाग रही है।
- मणिपुर की स्थिति को संभालने में असमर्थता का खुलासा।
- चुनाव आयोग की निष्पक्षता की आवश्यकता।
- संविधान के प्रति जनता के हितों का उल्लंघन।
- आतंकवाद पर सख्त रुख की जरूरत।
नई दिल्ली, २५ जून (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद सुखदेव भगत ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आपातकाल पर सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट को लेकर आलोचना की। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री संविधान की बात करते हैं, लेकिन असलियत यह है कि वर्तमान में उनकी सरकार संविधान से भागने की कोशिश कर रही है, जो किसी भी स्थिति में मंजूर नहीं किया जा सकता।
सुखदेव भगत ने कहा कि मोदी सरकार संवैधानिक मूलभूत कर्तव्यों से भी भागने की कोशिश कर रही है। उनकी सरकार संसद में महत्वपूर्ण बिलों को पेश करने से कतराती है। कैग एक महत्वपूर्ण संस्था है, जिसे मोदी ने निष्क्रिय कर दिया है। इस तरह, वे संवैधानिक शक्तियों को कम करने का प्रयास कर रहे हैं। वर्तमान समय में संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र और झारखंड की हेमंत सरकार के बीच संबंध ठीक नहीं हैं, जिसके कारण जनहित से जुड़े कई कामों को लागू करने में कठिनाई हो रही है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह कहना गलत नहीं होगा कि संविधान को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। जनता के हितों पर चोट की जा रही है। यदि ऐसी स्थिति में वे संविधान की रक्षा की बात करेंगे, तो यह हास्यास्पद होगा।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने मणिपुर के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि वह मणिपुर की स्थिति को संभालने में पूर्णतः असमर्थ रही है। अब सरकार को देशवासियों के सामने यह बताना चाहिए कि हम मणिपुर की स्थिति को संभालने में सक्षम नहीं हैं।
सुखदेव भगत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अमित शाह लगातार अतीत के प्रसंगों का उल्लेख कर रहे हैं। यदि उन्हें हमले का इतना शौक है, तो उन्हें अपनी सरकार की कार्यशैली पर भी एक बार नजर डालनी चाहिए।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष होना चाहिए। एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में आयोग का निष्पक्षता आवश्यक होती है। यदि आयोग का व्यवहार किसी के प्रति झुका हुआ रहेगा, तो लोकतांत्रिक दृष्टि से यह स्थिति संवेदनशील हो जाएगी। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि चुनाव से संबंधित किसी भी दस्तावेज़ में कोई गड़बड़ी न हो। कई स्थानों पर यह जानकारी सामने आई है कि मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है। यदि राहुल गांधी ने आयोग का ध्यान इस पर आकृष्ट किया है, तो यह एक सकारात्मक कदम है।
उन्होंने एक्सिओम-4 मिशन पर गए शुभांशु शुक्ला की भी सराहना की। सुखदेव भगत ने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व की बात है। जिस प्रकार राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में पहला कदम रखा, शुभांशु शुक्ला ने उसी दिशा में एक और कदम बढ़ाया है, जिसे विज्ञान की दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। आज पूरा विश्व इस दिशा में अग्रसर है।
आतंकवाद के विषय में भी उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में शांति व्यवस्था बनी रहे।