क्या मिथुन चक्रवर्ती ने पार्टी की बैठक में भाग लेकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए?

सारांश
Key Takeaways
- मिथुन चक्रवर्ती का बैठक में भाग लेना भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है।
- राज्य में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चिंता जताई गई।
- भाजपा का बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने का प्रयास।
- चुनावी प्रक्रियाओं में केंद्रीय सशस्त्र बलों की भूमिका पर चर्चा।
- राज्य में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ भाजपा की सक्रियता।
बर्धमान, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले के बोरहाट में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य और प्रसिद्ध अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने पार्टी की एक महत्वपूर्ण संगठनात्मक बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान भाजपा समर्थकों के बीच एक सकारात्मक और उत्साहवर्धक माहौल देखा गया।
बैठक में भाजपा के जिला नेतृत्व के साथ-साथ क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से बूथ स्तर के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य बूथ-स्तरीय नेटवर्क को सशक्त करना, जमीनी गतिविधियों की समीक्षा करना और आगामी राजनीतिक अभियानों की योजनाएं बनाना था।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मिथुन चक्रवर्ती ने चुनावी प्रक्रियाओं पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा, "यदि केंद्रीय सशस्त्र बल चुनाव के दौरान अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से पालन करें, तो मतदान स्वाभाविक रूप से सुचारू हो जाएगा। लेकिन कभी-कभी वे नियंत्रण खो सकते हैं।"
जब तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग की, तो मिथुन ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस्तीफा क्यों देना चाहिए? विपक्ष का यह रवैया गलत है।
हाल ही में बांकुड़ा के सोनामुखी में एक तृणमूल नेता की हत्या पर मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में यह एक सामान्य घटना बन चुकी है। ममता सरकार कानून व्यवस्था के मोर्चे पर असफल हो रही है। वहीं, एसआईआर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि राज्य में इसकी आवश्यकता है।
बैठक के बाद मिथुन चक्रवर्ती रवींद्र भवन के बाहर पहुंचे, जहां उन्होंने उन बच्चों का स्वागत किया जो उनसे मिलने के लिए इंतजार कर रहे थे।