क्या मित्र राष्ट्रों के अधिकारियों ने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर का दौरा किया?

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क्या मित्र राष्ट्रों के अधिकारियों ने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर का दौरा किया?

सारांश

मित्र देशों के अधिकारियों ने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर का दौरा किया, जहां उन्हें अग्निवीर प्रशिक्षण प्रणाली की जानकारी दी गई। यह मुलाकात न केवल ज्ञान साझा करने का एक मौका थी, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा में सहयोग को भी बढ़ावा देती है। जानें इस महत्वपूर्ण दौरे के बारे में।

Key Takeaways

  • मित्र देशों के अधिकारियों ने राजपूताना राइफल्स का दौरा किया।
  • अग्निवीर प्रशिक्षण प्रणाली का परिचय दिया गया।
  • अधिकारियों को प्रशासनिक प्रक्रियाओं का ज्ञान मिला।
  • रक्षा अधिग्रहण पर चर्चा हुई।
  • संस्थानिक समन्वय और पारदर्शिता पर जोर दिया गया।

नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट (सीडीएम) में चल रहे एचडीएमसी-21 के तहत प्रशिक्षण ले रहे मित्र देशों के अधिकारियों का एक समूह ने शुक्रवार को राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर का दौरा किया। इस अवसर पर विदेशी अधिकारियों को अग्निवीर प्रशिक्षण प्रणाली और इससे संबंधित प्रशासनिक प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।

इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) मुख्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इस सूचना का उल्लेख किया।

आईडीएस ने एक्स पर साझा की गई तस्वीरों के साथ लिखा, "कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट (सीडीएम) में एचडीएमसी21 का हिस्सा बने मित्र देशों के अधिकारियों की एक टीम ने राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर का दौरा किया। यहां उन्हें अग्निवीर ट्रेनिंग और प्रशासन के मुद्दों पर जानकारी मिली। यह मुलाकात सीखने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का एक मूल्यवान मंच प्रदान करती है।"

इससे पहले, रक्षा मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव दीप्ति मोहिल चावला ने सीडीएम आईडीएस में एचडीएमसी21 के प्रतिभागियों को रक्षा अधिग्रहण और हायर डिफेंस मैनेजमेंट पर संबोधित किया।

उन्होंने कैपेबिलिटी एक्विजिशन की पूरी प्रक्रिया को समझाया, जिसमें कॉम्प्रिहेंसिव प्लानिंग से लेकर कॉन्ट्रैक्ट पूरा होने तक का विवरण शामिल था। उन्होंने डिफेंस एक्विजिशन प्रोसीजर (डीएपी 2020) के विशेष पहलुओं पर भी प्रकाश डाला, जो अभी समीक्षा में है और मंत्रालय की प्रयासों को मजबूत करने के लिए ज़रूरी है।

दीप्ति मोहिल चावला ने निर्णय लेने और क्रियान्वयन को सुधारने के लिए आवश्यक उपकरणों और ढांचे को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रक्रियात्मक अनुशासन बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है और रक्षा खरीद में कार्यक्षमता, पारदर्शिता और संस्थागत समन्वय को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।

Point of View

मैं मानता हूं कि यह दौरा न केवल मित्र देशों के बीच संबंधों को मजबूती प्रदान करता है, बल्कि भारतीय रक्षा प्रणाली की क्षमता को भी प्रदर्शित करता है। यह सहयोगात्मक प्रयास हमारी सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
NationPress
12/12/2025

Frequently Asked Questions

राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर का महत्व क्या है?
यह केंद्र भारतीय सेना की एक प्रमुख रेजिमेंट है, जो विभिन्न प्रकार के सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करती है।
अग्निवीर प्रशिक्षण प्रणाली क्या है?
यह एक विशेष प्रशिक्षण प्रणाली है जो भारतीय सेना के नए भर्ती हुए सैनिकों को तैयार करने के लिए विकसित की गई है।
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