क्या मनसे के लिए अब सीट का महत्व नहीं, जीत सुनिश्चित करना है जरूरी: यशवंत किल्लेदार?
सारांश
Key Takeaways
- राज ठाकरे का मार्गदर्शन महत्वपूर्ण है।
- मनसे और शिवसेना (यूबीटी) का गठबंधन एक नई शुरुआत है।
- सीटों की संख्या पर ध्यान न देकर जीत पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी है।
- राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को स्वीकार करना आवश्यक है।
मुंबई, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में आगामी बीएमसी चुनाव के लिए पार्टी नेताओं को दिशा-निर्देशित किया। राज ठाकरे ने बताया कि हमें इस चुनाव में किस प्रकार से कार्य करना है और हमें कौन-सी रणनीति अपनानी होगी, जिससे मनसे के लिए राजनीतिक स्थिति अनुकूल हो सके।
यशवंत किल्लेदार, मनसे पार्टी के नेता, ने राज ठाकरे के इस मार्गदर्शन के बारे में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि राज ठाकरे ने हमें पूरे आत्मविश्वास के साथ चुनाव लड़ने का आदेश दिया है। हम इस चुनाव को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
यशवंत किल्लेदार ने कहा कि यह बात नकारा नहीं की जा सकती कि मनसे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच 20 साल बाद यह गठबंधन हुआ है। राज ठाकरे ने हमें निर्देश दिया है कि हमें अपनी पुरानी कटुता को भुलाकर इस चुनाव को लड़ना होगा। हमें इस बात पर ध्यान नहीं देना है कि हमारे बीच किन मुद्दों पर मतभेद हैं। इसके बजाय, हमें विकास को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ना होगा, ताकि政治 स्थिति सकारात्मक हो सके।
राज ठाकरे ने कहा है कि हो सकता है कि हमारे बीच कई मुद्दों पर तकरार हो, लेकिन इस चुनाव में हमें यह लक्ष्य निर्धारित करना होगा कि हमारे ज्यादा से ज्यादा पार्षद जीत सके। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि हम इस चुनाव में जीत हासिल कर सकें, और सीटों की संख्या पर कोई ध्यान न दें।
यशवंत किल्लेदार ने चुनाव में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि चुनाव में प्रतिस्पर्धा अवश्य होगी, लेकिन हम राजनीति के इस मैदान में हर प्रकार की प्रतिस्पर्धा को स्वीकार करते हैं।