क्या मोहाली कोर्ट ने अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा?

सारांश
Key Takeaways
- बिक्रम मजीठिया को 540 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया।
- मोहाली कोर्ट ने उन्हें 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा।
- पंजाब विजिलेंस ने उनके आवास पर छापा मारा था।
- शिरोमणि अकाली दल ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया।
- मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मामले पर प्रतिक्रिया दी।
चंडीगढ़, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। 540 करोड़ रुपए से ज्यादा के ड्रग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को मोहाली कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। गुरुवार सुबह उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच मोहाली कोर्ट में पेश किया गया था।
बिक्रम मजीठिया के आवास पर बुधवार को पंजाब विजिलेंस की टीम ने छापा मारा था, जिसके बाद उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया। मजीठिया की गिरफ्तारी के खिलाफ शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने भगवंत मान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। पार्टी नेता दलजीत सिंह चीमा ने इसे बदले की कार्रवाई बताया।
शिरोमणि अकाली दल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर पंजाब सरकार पर सवाल उठाए और लिखा, "‘न कभी झुके हैं, न कभी झुकेंगे।’ जितना जोर लगाना है, लगा लो। हर अकाली कार्यकर्ता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ है।"
गुरुवार सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बिक्रम मजीठिया के खिलाफ की गई कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "बिक्रमजीत मजीठिया को रिमांड पर लिया जाएगा, जिसमें वह सभी जानकारी देंगे। विजिलेंस ने पहले ही बताया कि क्या बरामद हुआ है। मैं सिर्फ यह कहूंगा कि कोई भी अपनी पावर या पद का अहंकार न करे।"
बुधवार को विजिलेंस द्वारा हिरासत में लिए जाने से पहले बिक्रम मजीठिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भगवंत मान सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि कानून का उल्लंघन किया गया।
मजीठिया ने कहा, "मेरे घर पर छापेमारी भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल के अहंकार को दर्शाती है। विजिलेंस ने जबरदस्ती प्रवेश किया और प्रेस को अंदर नहीं आने दिया। आम आदमी पार्टी की सरकार कानून का उल्लंघन कर रही है।"