क्या 'रजनी 2.0' में नए मुद्दे सामने आए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- दूरदर्शन का मनोरंजन में महत्वपूर्ण स्थान है।
- 'रजनी 2.0' में नए मुद्दों की पहचान की गई है।
- प्रिया तेंदुलकर की विरासत को आगे बढ़ाना एक चुनौती है।
- दर्शकों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
- शो न केवल मनोरंजन, बल्कि सामाजिक जागरूकता का भी माध्यम है।
मुंबई, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दूरदर्शन और मनोरंजन का संबंध काफी पुराना है और पहले के समय में सीरियल और फिल्में केवल दूरदर्शन पर ही प्रदर्शित होती थीं।
अब 1985 में प्रसारित होने वाला क्लासिक शो 'रजनी' एक बार फिर से 'रजनी 2.0' के रूप में दूरदर्शन पर लौट आया है। शो के डायरेक्टर और लेखक करण राजदान, अभिनेत्री आराधना शर्मा और डेलनाज ईरानी ने राष्ट्र प्रेस के साथ खुलकर चर्चा की।
जब करण राजदान से पूछा गया कि 'रजनी' का सीक्वल लाने का विचार कहां से आया, तो उन्होंने कहा कि 90 के दशक में जब हमने 'रजनी' को प्रस्तुत किया था, तो मुद्दे अलग थे। आज की चुनौतियां भी भिन्न हैं, हालांकि मैं यह नहीं कहूंगा कि वे बढ़ी या घटी हैं, मुद्दे केवल बदलते रहते हैं। शो को पुनर्जीवित करने का ख्याल मुझे कई साल पहले आया था। प्रिया तेंदुलकर और मैंने रजनी में गुड्डू को एक बच्ची के रूप में पेश किया था। वह बच्ची अब बड़ी हो गई है और अपनी मां के नक्शेकदम पर चल रही है, संभवतः उनसे भी आगे।
शो के प्रसारण पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है कि 'रजनी 2.0' अब डीडी नेशनल और वेव्स ओटीटी पर स्ट्रीम हो रहा है। मैंने एक लेखक और अभिनेता के रूप में अपनी यात्रा 'रजनी' से शुरू की थी और अब वापस वहीं आकर खड़ा हो गया हूं।
सीरियल में मुख्य भूमिका निभा रही आराधना शर्मा ने कहा कि उन्हें प्रिया तेंदुलकर की विरासत को आगे बढ़ाने का अवसर मिला है, और ऐसा अवसर हर किसी को नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि इस शो के माध्यम से, उन्होंने प्रिया मैम और गुड्डू के किरदार के बीच समानता देखी। उनमें हिम्मत के साथ करुणा भी थी। वे लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष करती रहीं। मैंने उनसे सीखा कि हमें अपने लिए और जो सही है उसके लिए खड़ा होना चाहिए।
'रजनी 2.0' में डेलनाज ईरानी भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व और खुशी महसूस हो रही है। बचपन में मैं अपनी मां से कहती थी कि जल्दी से अपने काम खत्म करो क्योंकि 'रजनी' टीवी पर आने वाली हैं। जिस शो का हिस्सा बनना हर कलाकार के लिए एक महत्वपूर्ण पल होता है। शो में मैं आराधना की होने वाली भाभी का किरदार निभा रही हूं।
इस सीक्वल में किस प्रकार के मुद्दों को शामिल किया गया है, के सवाल पर करण राजदान ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट आज एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है। हम लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं कि सोना खरीदते समय हॉलमार्क और विशिष्ट पहचान पत्र अवश्य देखें। हमने बिल्डरों द्वारा पैसे लेकर फ्लैट न सौंपने और बाईपास सर्जरी व एंजियोप्लास्टी जैसी चिकित्सा प्रक्रियाओं से जुड़े धोखाधड़ी को भी उजागर किया है।
शो की लीड एक्ट्रेस रहीं प्रिया तेंदुलकर को याद करते हुए उन्होंने कहा कि प्रिया ने अभिनय सीखने के लिए किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण नहीं लिया था। उन्होंने अपने पिता के साथ नाटकों में काम करने के माध्यम से अनुभव प्राप्त किया। उन्होंने जो कुछ भी सीखा, वह अनुभव और मेहनत से सीखा था। 'रजनी' को पुनर्जीवित करना एक बड़ी जिम्मेदारी है, लेकिन यह आवश्यक भी है क्योंकि आज जागरूकता फैलाना मुश्किल होता जा रहा है।