क्या मुंबई एयरपोर्ट पर पानी के टंबलर में छिपा था 3.05 किलो सोना?
सारांश
Key Takeaways
- डीआरआई ने एक बड़ी कार्रवाई की है।
- सोना पानी के टंबलर में छिपाया गया था।
- बरामद सोने की कीमत 3.89 करोड़ रुपए है।
- तस्करी के नए तरीके सामने आ रहे हैं।
- कस्टम एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
मुंबई, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) मुंबई ने वर्ष के अंतिम दिन एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। एजेंसी ने बहरीन से लौटे एक भारतीय नागरिक से 3.05 किलोग्राम सोना बरामद किया, जिसकी बाजार में कीमत 3.89 करोड़ रुपए है। यह सोना मोम के रूप में तैयार 12 कैप्सूल में छिपाया गया था, जिन्हें पानी के टंबलर के अंदर कुशलता से छिपाया गया था।
डीआरआई को खुफिया सूचना मिली थी कि विदेशी सोना मोम के रूप में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय (सीएसएमआई) एयरपोर्ट से एक यात्री के शरीर या सामान में छिपाकर तस्करी की जा रही है। इस सूचना के आधार पर, एजेंसी ने 31 दिसंबर 2025 को बहरीन से आने वाली उड़ान से उतरने वाले यात्री को रोका। उसके सामान की गहन जांच में टंबलर के अंदर छिपे 12 कैप्सूल बरामद हुए। इनमें सोने की धूल मोम के रूप में तैयार की गई थी, जो 24 कैरेट शुद्धता का थी।
बरामद सोने को कस्टम एक्ट, 1962 के संबंधित प्रावधानों के तहत जब्त कर लिया गया है। आरोपी यात्री के खिलाफ आगे की जांच जारी है और तस्करी के पूरे सिंडिकेट का भंडाफोड़ करने का प्रयास किया जा रहा है। डीआरआई के अधिकारियों ने बताया कि यह तस्करी का एक परिष्कृत तरीका है, जिसमें सोने को मोम में मिलाकर कैप्सूल बनाये जाते हैं और फिर इन्हें रोजमर्रा की वस्तुओं जैसे पानी के टंबलर में छिपाया जाता है।
डीआरआई, जो सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (सीबीआईसी) के अधीन भारत की प्रमुख एंटी-स्मगलिंग एजेंसी है, ने कहा कि देश के आर्थिक हितों की रक्षा के लिए खुफिया जानकारी पर आधारित ऑपरेशन सतत जारी रहेंगे। इस वर्ष डीआरआई ने मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई एयरपोर्ट पर कई महत्वपूर्ण सोने की तस्करी की घटनाओं को नाकाम किया है, जिसमें कुल 100 करोड़ से अधिक मूल्य का सोना बरामद किया गया।