क्या मुंबई में फर्जी दस्तावेजों के जरिए फ्लैट बेचना और बैंक धोखाधड़ी करना संभव है?
सारांश
Key Takeaways
- फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से संपत्ति की अवैध बिक्री
- 11.35 करोड़ रुपए का बैंक लोन
- संगठित गिरोह की संभावित संलिप्तता
- ईओडब्ल्यू की सक्रियता
- आपराधिक साजिश का मामला
मुंबई, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक हाई-वैल्यू प्रॉपर्टी धोखाधड़ी के मामले में अख्तर शेख (60) को गिरफ्तार किया है। यह मामला बांद्रा के एक महंगे फ्लैट से संबंधित है, जहाँ फ्लैट मालिक की फर्जी पहचान के माध्यम से संपत्ति की अवैध बिक्री की गई थी। इस धोखाधड़ी के आधार पर 11.35 करोड़ रुपए का बैंक लोन भी प्राप्त किया गया था।
ईओडब्ल्यू ने एक मुखबिर की सूचना पर आरोपी को अंधेरी मेट्रो स्टेशन के नीचे से गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता जैन ने बताया कि उन्होंने मई 2023 में बांद्रा वेस्ट स्थित आइकोनिक टॉवर में 6.25 करोड़ रुपए में एक लग्जरी फ्लैट खरीदा था। जब हाउसिंग सोसायटी द्वारा दस्तावेज की जांच की गई, तो पता चला कि फ्लैट की बिक्री फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से की गई थी। इसके बाद मामले की सूचना ईओडब्ल्यू को दी गई।
ईओडब्ल्यू ने तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद उच्च अधिकारियों को जानकारी दी गई और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया।
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों का कहना है कि जांच में कई खुलासे होने के बाद ही आरोपी अख्तर शेख को गिरफ्तार किया गया। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। इस धोखाधड़ी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि यह एक संगठित गिरोह का काम हो सकता है, जिसमें दस्तावेज तैयार करने से लेकर बैंक लोन तक की साजिश रची गई थी।
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता जैन से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि मामले का जल्द से जल्द खुलासा किया जा सके।
फिलहाल, मामले में धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच तेज कर दी गई है। आरोपी को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहाँ से उसे रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी। मुंबई पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी मामले में शामिल सभी लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।