क्या मुंबई में गणेशोत्सव के दौरान ब्लास्ट की धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार हो गया?

सारांश
Key Takeaways
- गणेशोत्सव के दौरान मुंबई में धमकी का मामला गंभीर है।
- बिहार साइबर क्राइम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है।
- आरोपी पहले से कई साइबर अपराधों में शामिल रहा है।
- धमकी में 34 गाड़ियों में बम रखने की बात कही गई थी।
- इस प्रकार की घटनाएँ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
मुंबई, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गणेशोत्सव के दौरान मुंबई ट्रैफिक पुलिस को मिली धमकी की घटना में एक महत्वपूर्ण विकास हुआ है। बिहार साइबर क्राइम पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसने मुंबई में 400 किलो आरडीएक्स छिपाने और एक करोड़ से अधिक लोगों के जीवन को खतरे में डालने की धमकी दी थी।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि इस आरोपी का नाम अश्विन सुप्रा है, जो एक पेशेवर साइबर ठग है।
गणेशोत्सव के दौरान उसने दावा किया था कि शहर के विभिन्न स्थानों पर 34 वाहनों में विस्फोटक सामग्री रखी गई है। इस धमकी के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया।
बिहार पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि अश्विन पहले भी कई साइबर अपराधों में शामिल रह चुका है। इसके अलावा, पटना में उसके खिलाफ पहले से ही दो आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इससे पहले, उसने बिहार के एक व्यापारी को फोन पर धमकी दी थी और नकली नाम से साइबर धोखाधड़ी की थी। जब मुंबई धमकी मामले में उसकी भूमिका पर खुफिया जानकारी मिली, तो बिहार पुलिस की टीम मुंबई पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी के पास से सात सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। इससे पहले, इसी मामले में नोएडा पुलिस ने एक आरोपी अश्विनी को हिरासत में लेकर मुंबई पुलिस के हवाले किया था।
मुंबई पुलिस को अनंत चतुर्दशी के अवसर पर 34 गाड़ियों में बम लगाने की धमकी मिली थी। यह धमकी भरा संदेश मुंबई ट्रैफिक पुलिस के व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर पर भेजा गया, जिसमें कहा गया कि 34 गाड़ियों में बम रखे गए हैं और 400 किलो आरडीएक्स के विस्फोट से पूरा मुंबई हिल जाएगा।
धमकी भरे संदेश में 'लश्कर-ए-जिहादी' नामक संगठन का उल्लेख करते हुए यह भी कहा गया था कि 14 पाकिस्तानी आतंकवादी भारत में प्रवेश कर चुके हैं और इस विस्फोट से 1 करोड़ लोगों की जान जा सकती है।