क्या मुंबई में प्रदूषण के खिलाफ एमपीसीबी ने सख्त कदम उठाए?
सारांश
Key Takeaways
- 19 आरएमसी प्लांट बंद किए गए हैं।
- महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सख्त कार्रवाई की है।
- एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन सीएएक्यूएमएस का संचालन हो रहा है।
- बोर्ड ने मोबाइल मॉनिटरिंग वैन का उपयोग शुरू किया है।
- प्रदूषण नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई हो रही है।
मुंबई, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने कठोर कदम उठाते हुए कुल 19 रेडी मिक्स कंक्रीट (आरएमसी) प्लांटों को बंद कर दिया है। बोर्ड ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि एयर पॉल्यूशन कंट्रोल नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी उद्योग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एमपीसीबी के अध्यक्ष सिद्धेश कदम ने कहा, "प्रदूषण फैलाने वाले प्रोजेक्ट्स पर किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी। नियमों का पालन न करने वालों पर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।"
एमपीसीबी के पास एमएमआर के विभिन्न क्षेत्रों में कुल 32 कंटीन्यूअस एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन (सीएएक्यूएमएस) स्थापित हैं। इनमें से 14 स्टेशन मुंबई नगर निगम क्षेत्र में हैं, जबकि शेष ठाणे, कल्याण, नवी मुंबई और पनवेल में कार्यरत हैं।
ये स्टेशन वास्तविक समय में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) मापते हैं और डेटा को नियमित रूप से सीपीसीबी की वेबसाइट पर 'समीर' ऐप के माध्यम से भेजते हैं, जिसे आम नागरिक भी देख सकते हैं।
वायु गुणवत्ता पर नज़र रखने के लिए बोर्ड 22 मोबाइल मॉनिटरिंग वैन का संचालन कर रहा है। ये वैन राज्यभर में आवश्यकता के अनुसार वायु गुणवत्ता की जांच करती हैं।
इनका उपयोग प्रदूषण वाले हॉटस्पॉट क्षेत्रों, आरएमसी प्लांट और बड़े निर्माण प्रोजेक्ट्स में निरीक्षण के लिए किया जाता है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर पर्यावरण कानून के तहत तात्कालिक कार्रवाई की जाती है।
अक्टूबर 2025 में, एमपीसीबी ने आरएमसी प्लांटों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की थीं। इनका पालन न करने पर कई गंभीर कमियां सामने आईं।
देवनार और गोवंडी क्षेत्र में 4 आरएमसी उद्योगों (ओम गहलोत ऑपरेटर, एनसीसी लिमिटेड, रामकी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और एनए कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड) को बंद करने का आदेश दिया गया है। इस सभी की 5-5 लाख रुपए की बैंक गारंटी जब्त कर ली गई है।
सायन क्षेत्र के संजय गांधी नगर में 3 अनधिकृत मेटल प्रोसेसिंग भट्टियों को बंद करने का निर्देश दिया गया। बीएमसी ने इन भट्टियों को हटाने का आदेश जारी किया है।
वडाला-माहुल इलाके में निरीक्षण के दौरान शाम के समय कचरा जलाने की शिकायतें मिलीं, जिसके बाद मुंबई पोर्ट ट्रस्ट को तुरंत रोकथाम के कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, ठाणे में 8 आरएमसी प्लांट, नवी मुंबई में 6 आरएमसी प्लांट और कल्याण में 1 आरएमसी प्लांट को नियमों का पालन न करने पर बंद कर दिया गया है। इस प्रकार कुल 19 आरएमसी उद्योगों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
बोर्ड ने एमएमआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है। एमपीसीबी के अध्यक्ष सिद्धेश कदम ने आश्वासन दिया कि यह सर्वेक्षण और कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
बोर्ड के सदस्य सचिव एम देवेंद्र सिंह रोजाना रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे हैं और उन्होंने उद्योगों से नियमों का पालन करते हुए सहयोग करने की अपील की है।