क्या मुर्शिदाबाद में ज्वेलरी शॉप डकैती का खुलासा हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- मुर्शिदाबाद में एक बड़ा ज्वेलरी डकैती का मामला सामने आया।
- पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया।
- गिरोह में तीन पुरुष और तीन महिलाएं शामिल थीं।
- पुलिस ने सीसीटीवी और तकनीकी सबूतों के आधार पर कार्रवाई की।
- गिरोह की गतिविधियों की जांच अभी जारी है।
मुर्शिदाबाद, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में जंगीपुर पुलिस ने सूती पुलिस स्टेशन के मदाना मोड़ के पास स्थित ‘कोलकाता ज्वेलर्स’ नामक सोने की दुकान में हुई चौंकाने वाली डकैती का खुलासा किया है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कुख्यात ‘बदायूं गिरोह’ के तीन पुरुष एवं तीन महिला सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार व्यक्तियों के पास से डकैती में इस्तेमाल किए गए औजार तथा भारी मात्रा में सोने-चांदी के गहने बरामद हुए हैं।
जंगीपुर के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 29 नवंबर को सूती थाना क्षेत्र के मदना चौराहे पर स्थित इस प्रसिद्ध सोने की दुकान में तड़के डकैती की घटना हुई थी। यहां से सोने-चांदी के आभूषण और नकदी चोरी कर ली गई थी।
घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद सूती थाने में मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच की और गोपनीय सूत्रों को सक्रिय किया। जांच के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि यह कोई स्थानीय गिरोह नहीं, बल्कि बाहरी पेशेवर गिरोह हो सकता है। फुटेज और तकनीकी सबूतों के आधार पर पुलिस ने बदायूं जिले के एक गिरोह की गतिविधियों में समानता पाई।
इसके बाद पुलिस ने योजना बनाकर ऑपरेशन चलाया। 10 दिसंबर को सूचना मिली कि यह गिरोह किसी और जगह वारदात की योजना बना रहा है। इस पर जंगीपुर पुलिस ने बर्दवान पुलिस की मदद से बर्दवान रेलवे स्टेशन से छह लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में सुनील सिंह, विजय सिंह और श्याम सुंदर बदायूं जिले के निवासी हैं, जबकि सोनी इटावा की निवासी है और प्रियंका व रूबी जालौन जिले की हैं।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों को रिमांड पर लिया और उनकी टेस्ट आइडेंटिफिकेशन परेड भी कराई। पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आईं। इसके बाद पुलिस ने पाकुड़ थाना क्षेत्र में एक किराए के मकान पर छापा मारा, जहां से यह गिरोह अपनी सारी योजना बनाता था। वहां से लोहे की छेनी, कटर, स्क्रूड्राइवर, सोने-चांदी के गहने, और कई महत्वपूर्ण सामान बरामद किए गए।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है, जो बेहद शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देता था। इस गिरोह में महिलाएं भी शामिल थीं, ताकि किसी को संदेह न हो। ये लोग फेरीवालों की तरह घूमकर पहले रेकी करते थे और फिर मौका देखकर डकैती या चोरी करते थे। पकड़े गए सभी लोग आपस में माल और पैसों की हिस्सेदारी किया करते थे।
पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है और इस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। उम्मीद है कि जल्द ही इस नेटवर्क के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।