क्या मुजफ्फरपुर में महावीरी झंडा जुलूस पर पत्थरबाजी हुई?

सारांश
Key Takeaways
- महावीरी झंडा जुलूस पर पत्थरबाजी हुई।
- दो दर्जन लोग घायल हुए हैं।
- थानाध्यक्ष को सिर में गंभीर चोट आई है।
- पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया।
- घटना के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है।
मुजफ्फरपुर, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के राजेपुर ओपी क्षेत्र में स्थित मीनापुर गांव में महावीरी झंडा जुलूस के दौरान हुए पत्थरबाजी की घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इस पत्थरबाजी में थानाध्यक्ष के सिर पर भी चोट आई है।
यह घटना राजेपुर थाना क्षेत्र के मीनापुर गांव में घटित हुई। महावीरी झंडा जुलूस के दौरान रोड़ेबाजी में कई लोग घायल हो गए। जुलूस के दौरान छतों से पत्थर गिराए गए, जिससे लगभग दो दर्जन लोग घायल हुए।
इस घटना में राजेपुर ओपी अध्यक्ष राधेश्याम, दारोगा मुन्ना यादव और अन्य आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी घायल हुए। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण थानाध्यक्ष और दारोगा का इलाज एसकेएमसीएच में कराया गया। इस दौरान एक झोपड़ी में आग भी लगाई गई।
घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी सुशील कुमार, ग्रामीण एसपी राजेश कुमार सिंह प्रभाकर और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शहर से लगभग 100 पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद स्थिति सामान्य की गई। मेडिकल वैन भी गांव में पहुंच गई और घायलों का इलाज किया गया।
महावीरी झंडा का जुलूस बांसघाट गांव से निकला था, जो मीनापुर गांव होते हुए लखनसेन अखाड़ा तक जाता है। इस दौरान कई गांवों के लोग जुलूस में शामिल होते हैं। लखनसेन में हर साल बड़े पैमाने पर महावीरी मेला आयोजित होता है। जुलूस के मार्ग को प्रशासनिक रूप से पूर्व में ही तय किया गया था। उल्लेखनीय है कि तीन साल पहले भी इस जुलूस को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ था।
एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि घटना मीनापुर गांव की है। जुलूस के दौरान छतों से कुछ उपद्रवी तत्वों द्वारा पत्थरबाजी की गई, जिससे कुछ लोग घायल हुए हैं। जुलूस के साथ चल रहे थाना प्रभारी को भी चोट आई है। स्थिति नियंत्रण में है और घटना को अंजाम देने वालों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए अभियान चल रहा है।