क्या मुजफ्फरपुर में हुए आत्महत्या के मामलों से बिहार की राजनीति में उबाल आया?

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क्या मुजफ्फरपुर में हुए आत्महत्या के मामलों से बिहार की राजनीति में उबाल आया?

सारांश

मुजफ्फरपुर में चार लोगों की आत्महत्या ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने पीड़ित परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की और राजद ने मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया। क्या ये घटनाएं सरकार की नीतियों पर सवाल उठाती हैं?

Key Takeaways

  • आर्थिक सहायता: गरीब परिवारों को समय पर सहायता नहीं मिल रही है।
  • नीतिगत विफलता: सरकार की नीतियों में सुधार की आवश्यकता है।
  • जांच समिति: राजद ने इस मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया है।
  • संवेदना: कांग्रेस अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
  • सामाजिक स्थिति: दलितों और गरीबों की स्थिति चिंताजनक है।

पटना, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुजफ्फरपुर में चार व्यक्तियों की आत्महत्या के मामले ने अब प्रदेश की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की, वहीं राजद ने इस मामले की जांच के लिए एक जांच टीम का गठन किया है।

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश राम ने शिष्टमंडल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की, पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और गहरी संवेदना व्यक्त की। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि माइक्रोफाइनेंस बैंकों के कारण लगातार सूबे में अप्रिय घटनाएं घट रही हैं और सरकार इस पर लगाम लगाने के बजाय सिर्फ बयानबाजी कर रही है। यह घटना केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज और सरकार की नीतिगत विफलताओं का परिणाम है। अत्यधिक गरीबी, बेरोजगारी और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कर्ज के दबाव ने एक परिवार को इस भयावह कदम के लिए मजबूर कर दिया।

उन्होंने कहा कि राज्य में गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को न तो समय पर आर्थिक सहायता मिल रही है और न ही उन्हें शोषण से बचाने की कोई प्रभावी व्यवस्था है। प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने राज्य सरकार से मांग की है कि पीड़ित परिवार को अविलंब समुचित मुआवजा दिया जाए और जीवित बचे बच्चों की शिक्षा और पालन-पोषण की पूरी जिम्मेदारी सरकार उठाए।

बिहार राजद अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि एक दलित परिवार विवश होकर ऐसी घटना को अंजाम दिया। इस तरह की घटना दर्दनाक ही नहीं, बल्कि एक सभ्य समाज के लिए घोर निंदनीय एवं चिंताजनक भी है। इस घटना से दलितों और गरीबों की स्थिति इस प्रदेश में क्या है, सरकार के तथाकथित विकास के नारे की भी पोल खुल गई है।

राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने इस घटना की जांच के लिए पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम की अध्यक्षता में पार्टी की सात सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जो 17 दिसंबर को घटनास्थल पर जाएगी और पूरे मामले की जांच करेगी।

बता दें कि मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र में एक पिता ने अपनी तीन बेटियों के साथ गले में फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। इस घटना में दो बच्चे बच गए। बताया गया कि परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी।

Point of View

बल्कि यह समाज और सरकार की नीतिगत विफलताओं का भी संकेत हैं। ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

मुजफ्फरपुर में आत्महत्या की घटना का कारण क्या था?
इस घटना का मुख्य कारण परिवार की आर्थिक स्थिति और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कर्ज का दबाव बताया जा रहा है।
कौन-कौन सी राजनीतिक पार्टियों ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है?
बिहार कांग्रेस और राजद दोनों ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दी हैं और जांच टीम का गठन किया है।
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