क्या बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी? प्रधानमंत्री मोदी ने बेतिया में की आखिरी चुनावी रैली
सारांश
Key Takeaways
- बिहार के सपनों और संकल्पों की चर्चा
- चंपारण की महत्ता
- जंगलराज की याद दिलाना
- एनडीए का समर्थन
- बिहार का विकास
बेतिया, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेतिया में अपनी अंतिम जनसभा के साथ बिहार में चुनाव प्रचार का समापन किया। उन्होंने अपनी आखिरी सभा में कहा कि मैंने बिहार के सपनों और संकल्पों के बारे में गहन चर्चा की। मैं स्पष्ट रूप से कह सकता हूँ कि यह चुनाव एनडीए का कोई नेता नहीं, बल्कि बिहार की जनता स्वयं लड़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह की भूमि है। आज जब हम विकसित बिहार का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं, तो चंपारण की भूमिका महत्वपूर्ण है।
भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "यह बिहार विधानसभा चुनाव का मेरा समापन रैली है। मैंने 'भारत रत्न' जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की पवित्र जन्मभूमि से आशीर्वाद लेकर चुनाव अभियान की शुरुआत की थी और आज चंपारण में यह मेरी अंतिम सभा है।"
उन्होंने कहा, "यहां के नौजवानों, महिलाओं, गरीब भाई-बहनों, मध्यम वर्ग और किसानों ने कंधे से कंधा मिलाकर एनडीए के समर्थन में चुनाव प्रचार किया। यह चुनाव एनडीए का कोई नेता नहीं, बल्कि बिहार की जनता की लड़ाई है। मैं देख रहा था कि एक रैली दूसरी रैली का रिकॉर्ड तोड़ती जा रही थी।"
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार ने देश को सामाजिक न्याय की परिभाषा दी है। अब बिहार समृद्ध भारत का, विकसित भारत का नया उदाहरण बनेगा। इसके लिए मैं बेतिया और चंपारण का आशीर्वाद मांगने आया हूँ।
इस दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने जनता को 'जंगलराज' के दिनों की याद दिलाई। राजद पर प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "जंगलराज वालों ने सत्याग्रह की इस पुण्य भूमि को लठैतों और डकैतों का गढ़ बना दिया था। यहाँ हत्याकांड होते थे, बहन-बेटियों का बाहर निकलना मुश्किल था। मैं आपको यह याद दिला रहा हूँ, क्योंकि जहाँ कानून का राज खत्म होता है, वहाँ सबसे पहले गरीब, वंचित और पीड़ित बेहाल होते हैं। जहाँ कट्टे और रंगदारी का राज चलता है, वहाँ युवाओं के सपने दम तोड़ देते हैं।"
अपनी अंतिम चुनावी जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने 'नहीं चाहिए कट्टा सरकार, फिर एक बार एनडीए सरकार' का नारा दिया।
उन्होंने बिहार के लोगों से कहा, "आपने नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए का सुशासन, शांति और सुकून देखा है। लेकिन, इसे जंगलराज से बचाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। बिहार को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना है।"