क्या नौगाम पुलिस स्टेशन विस्फोट के बाद उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दुख जताया?
सारांश
Key Takeaways
- नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट से 9 जानें गईं।
- उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दुख जताया।
- घायलों को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
- जांच के आदेश दिए गए हैं।
- घटना सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर करती है।
नई दिल्ली/श्रीनगर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए विस्फोट पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला समेत कई प्रमुख नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है। इस विस्फोट में नौ लोगों की जान चली गई और 24 लोग घायल हुए।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए इस अत्यंत दुखद हादसे में हुई बहुमूल्य जान-माल की हानि से वे अत्यंत व्यथित हैं। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
उपराज्यपाल ने 'एक्स' पर पोस्ट में लिखा, "सरकार दिवंगतों के परिवारों, मित्रों और प्रियजनों के साथ एकजुटता से खड़ी है। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। मैंने इस आकस्मिक विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं।"
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस विस्फोट पर शोक व्यक्त किया। जम्मू-कश्मीर सीएमओ ने 'एक्स' पर लिखा, "मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।"
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने लिखा, "नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए इस दुखद आकस्मिक विस्फोट से मैं अत्यंत व्यथित हूं, जिसमें 9 अनमोल जानें चली गईं और कई घायल हुए। यह हृदयविदारक घटना उन जोखिमों और कठिन परिस्थितियों को उजागर करती है जिनमें हमारे पुलिसकर्मी हम सब की सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना।"
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी नौगाम में 9 लोगों की मृत्यु पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि घायलों का शीघ्र इलाज किया जाना चाहिए और पीड़ितों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाना चाहिए।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस विस्फोट के बाद सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "यह घटनाक्रम दिल्ली में लाल किले के पास हुए कायराना कार विस्फोट आतंकवादी हमले के कुछ दिनों बाद आया है और यह केंद्र सरकार के लिए खुफिया तंत्र और आतंकवाद-रोधी तंत्र को मजबूत करने के लिए एक चेतावनी है। वह जवाबदेही से नहीं भाग सकती। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आतंकवाद के अभिशाप के विरुद्ध राष्ट्र के साथ एकजुट है।"
उन्होंने लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट और आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर चर्चा करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की भी मांग की।