क्या नवरात्रि पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगेगी?

सारांश
Key Takeaways
- नवरात्रि के अवसर पर सुरक्षा महत्वपूर्ण है।
- गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक की मांग उठाई गई।
- संयुक्त पुलिस आयुक्त ने निगरानी का आश्वासन दिया।
- सुरक्षा उपायों को सख्त करने की आवश्यकता है।
- धार्मिक आयोजनों में सभी समुदायों को एक साथ रहना चाहिए।
कानपुर, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के कानपुर में विश्व हिंदू परिषद ने नवरात्रि और दुर्गा पूजा के अवसर पर पंडालों और आयोजनों में गैर-हिंदुओं और संदिग्ध तत्वों के प्रवेश पर रोक लगाने की अपील की है। परिषद के सदस्यों ने संयुक्त पुलिस आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा।
विश्व हिंदू परिषद के प्रतिनिधियों ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि शहर में नवरात्रि महोत्सव के दौरान अनेक पूजा-पंडाल और झांकियां सजाई जाती हैं। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर डांडिया कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इस दौरान गैर-हिंदुओं और संदिग्ध तत्वों के प्रवेश पर नियंत्रण आवश्यक है।
उन्होंने आगे कहा कि कुछ मुस्लिम समुदाय के लोग इन आयोजनों में गलत उद्देश्य से शामिल होकर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास करते हैं, जिससे हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचती है। इसी कारण से हमने संयुक्त पुलिस आयुक्त को ज्ञापन देकर रोक लगाने की मांग की है।
पदाधिकारियों ने प्रशासन से सुरक्षा के दृष्टिकोण से पंडालों में निगरानी बढ़ाने और प्रवेश द्वार पर कड़ी नजर रखने की मांग की है। जो लोग इसका उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
विहिप के पदाधिकारियों का कहना है कि गैर-हिंदू युवक यहां आकर हिंदू लड़कियों से दोस्ती करते हैं और फिर लव जिहाद जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं। प्रशासन को इस पर शीघ्र ही रोक लगानी चाहिए। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा कि शरारती तत्व अक्सर अपनी पहचान छुपाकर पंडालों में प्रवेश करते हैं। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता हर पंडाल और पूजा स्थल पर सतर्क रहेंगे ताकि गैर-हिंदू और संदिग्ध तत्व पंडालों में प्रवेश न कर सकें।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि पुलिसकर्मी सभी पंडालों पर निगरानी रखेंगे। आयोजकों से भी बात की जा रही है और लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। पिछले वर्ष कुछ मुस्लिम संगठनों ने डांडिया प्रतियोगिता का आयोजन किया था, इस बार उस पर भी रोक लगाई जा रही है।