क्या नववर्ष पर बिहार में कानून व्यवस्था का सख्ती से पालन होगा?
सारांश
Key Takeaways
- नववर्ष पर कानून व्यवस्था का पालन सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
- भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षा बल की तैनाती आवश्यक है।
- संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी की निगरानी बढ़ाई जाएगी।
- शराब और नशीले पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- पुलिस को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
पटना, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में नववर्ष के अवसर पर कानून व्यवस्था का पालन कड़ाई से सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की। इस बैठक में राज्य के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। मुख्य सचिव ने 31 दिसंबर और 1 जनवरी को कानून-व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए।
उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और एसपी को आदेश दिया कि भीड़भाड़ वाले स्थानों, सार्वजनिक स्थलों, बाजारों और प्रमुख चौराहों पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी भी अप्रिय घटना या विवाद की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए सभी संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश दिया गया और पहले से लगे कैमरों की नियमित जांच की जाए। पार्कों, पिकनिक स्पॉट्स और उनके आसपास पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती का निर्देश भी दिया गया। बैठक में पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डीजीपी ने बताया कि वर्ष के अंतिम दिन और नववर्ष के अवसर पर युवाओं में शराब और नशीले पदार्थों की मांग बढ़ जाती है, जिससे कानून-व्यवस्था पर असर पड़ता है। इस पर पुलिस को पूरी सतर्कता से कार्य करना चाहिए। जहां भी शराब या ड्रग्स की जानकारी मिले, वहां नियमित छापेमारी करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती का भी निर्देश दिया। वरिष्ठ अधिकारियों को अपने अधीनस्थों को सही तरीके से ब्रीफिंग और डी-ब्रीफिंग करने की सलाह दी गई। डीजीपी ने गलियों, चौक-चौराहों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी लगाने पर जोर दिया।
उन्होंने बाइकर्स गैंग पर भी नजर रखने के निर्देश दिए। सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रग्स और अवैध हथियारों के लेन-देन को रोकने के लिए चेकिंग अभियान चलाने और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करने के निर्देश दिए गए। इस महत्वपूर्ण बैठक में विकास आयुक्त मिहिर कुमार सिंह, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) पंकज दराद सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।