क्या नया भारत धमकियों को बर्दाश्त नहीं करता? : स्वामी महेंद्र दास महाराज

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क्या नया भारत धमकियों को बर्दाश्त नहीं करता? : स्वामी महेंद्र दास महाराज

सारांश

स्वामी महेंद्र दास महाराज ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि नया भारत धमकियों को बर्दाश्त नहीं करता। उन्होंने राहुल गांधी की संकीर्णता पर भी सवाल उठाए। जानिए उनकी और क्या राय है वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर।

Key Takeaways

  • नया भारत धमकियों का सामना करता है।
  • युवा शक्ति देश की ताकत है।
  • सभी नागरिकों को एकजुट होना चाहिए।
  • राम मंदिर पर विवादित टिप्पणियों की निंदा।
  • कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भव्य रूप से मनाया जा रहा है।

मथुरा, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। वृंदावन में स्थित श्री राम कृष्ण इंटरनेशनल के अध्यक्ष स्वामी महेंद्र दास महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन किया जिसमें उन्होंने कहा था, ‘खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता।’ उन्होंने यह भी कहा कि यह बयान देश की गहरी भावनाओं को दर्शाता है। नया भारत धमकियों को बर्दाश्त नहीं करता, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देता है, और इस विचार के साथ पूरा देश पीएम मोदी के साथ खड़ा है।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह नया भारत है, जो विभिन्न चुनौतियों को सहन नहीं करता, बल्कि परमाणु हमले, बमबारी या घुसपैठ की धमकियों का मुंहतोड़ जवाब देता है, चाहे वह किसी भी देश से क्यों न हो।

उन्होंने भारत की युवा शक्ति को सबसे बड़ी ताकत बताया और कहा कि हर युवा अपने आप में एक सेना है। साधु-संत भी पीएम मोदी के साथ मजबूती से खड़े हैं।

कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल न न होने पर उन्होंने इसे संकीर्ण मानसिकता की निशानी कहा। उन्होंने कहा कि देश की आजादी सभी नागरिकों के लिए है, चाहे उनमें वैचारिक मतभेद हों। 15 अगस्त का राष्ट्रीय पर्व देश की एकता का प्रतीक है, और इस पर सभी को एकजुट होकर हिस्सा लेना चाहिए। लेकिन, राहुल गांधी ने अपनी संकीर्णता का परिचय दिया।

उन्होंने सपा से निष्कासित विधायक पूजा पाल द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ किए जाने पर कहा कि यदि पूजा पाल ने मुख्यमंत्री की तारीफ की है, तो इसमें कोई गलती नहीं है। विधायक के रूप में चुने जाने के बाद वह सदन का हिस्सा हैं, और यदि मुख्यमंत्री अच्छा कार्य कर रहे हैं, तो उनकी तारीफ करना उचित है।

स्वामी महेंद्र दास महाराज ने सपा प्रवक्ता के उस बयान की आलोचना की, जिसमें राम मंदिर के अध्यक्ष के बारे में विवादित टिप्पणी की गई थी। उन्होंने इसे सपा की इस्लामिक विचारधारा और वोटबैंक की राजनीति का हिस्सा बताया। इसके साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार के समय में ही कारसेवकों पर गोलियां चलाई गई थीं।

कृष्ण जन्माष्टमी पर उन्होंने देशवासियों को शुभकामनाएं दी और भगवान श्री कृष्ण को लीला पुरुषोत्तम बताते हुए कहा कि समाज में प्रेम, सद्भाव और भक्ति का प्रसार उनकी देन है। वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर और जानकी वल्लभ मंदिर में जन्माष्टमी का उत्सव भव्य रूप से मनाया जा रहा है, साथ ही मथुरा, कृष्ण की जन्मभूमि, में भी यह पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि देशभर के मंदिरों में रात 12 बजे भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है, जिसमें पंचामृत और पुष्पों से दिव्य अभिषेक किया जाता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण भाव के भूखे हैं, और भक्ति के साथ उनकी पूजा-अर्चना सर्वोपरि है।

Point of View

जो न केवल धमकियों का सामना करता है, बल्कि अपने नागरिकों के साथ एकजुटता का संदेश भी देता है। यह विचारधारा आज के भारत को एक नई दिशा देने का प्रयास कर रही है।
NationPress
16/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या स्वामी महेंद्र दास महाराज का बयान राजनीतिक है?
हाँ, उनका बयान वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के संदर्भ में है, जहाँ उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बयान का समर्थन किया है।
कृष्ण जन्माष्टमी पर स्वामी महेंद्र दास महाराज ने क्या कहा?
उन्होंने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण की पूजा में भक्ति सर्वोपरि है।
राहुल गांधी के लाल किले पर न जाने का क्या मतलब है?
स्वामी ने इसे संकीर्ण मानसिकता का परिचायक बताया, जिससे देश की एकता प्रभावित होती है।