क्या एनसीबी ने मुंबई में ड्रग तस्कर की 41.64 लाख रुपए की संपत्ति फ्रीज की?
सारांश
Key Takeaways
- एनसीबी ने 41.64 लाख रुपए की संपत्ति फ्रीज की।
- यह कार्रवाई ड्रग नेटवर्क के खिलाफ की गई है।
- मुख्य आरोपी नवीन चिचकर है।
- जनता से अपील की गई है कि वे ड्रग तस्करी की जानकारी दें।
- ड्रग तस्करी से जुड़े मामलों में सख्त कानून लागू हैं।
मुंबई, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मुंबई में ड्रग तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए एक ड्रग तस्कर की 41.64 लाख रुपए की चल और अचल संपत्ति को फ्रीज कर दिया है। यह कदम ड्रग नेटवर्क की अवैध आर्थिक गतिविधियों को खत्म करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
कॉम्पिटेंट अथॉरिटी और एडमिनिस्ट्रेटर, स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्सचेंज मैनिपुलेटर्स (प्रॉपर्टी जब्ती) एक्ट तथा एनडीपीएस एक्ट के कार्यालय ने एनसीबी द्वारा जारी फ्रीजिंग ऑर्डर को मान्यता दी है। यह आदेश कोकेन, एलएसडी, गांजा और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त एक ड्रग किंगपिन की संपत्तियों पर लागू किया गया है।
एनसीबी के अनुसार, 27–28 जनवरी 2021 को विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर मुंबई जोनल यूनिट ने नवी मुंबई के बेलापुर और नेरुल इलाकों में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से कोकेन, एलएसडी (व्यावसायिक मात्रा) और गांजा सहित कई नशीले पदार्थ मिले थे। ये ड्रग्स नवी मुंबई के विभिन्न क्षेत्रों में बेचे जा रहे थे।
जांच के दौरान इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड नवीन गुरुनाथ चिचकर के रूप में पहचाना गया, जो सीबीडी बेलापुर, नवी मुंबई का निवासी है। वह अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय ड्रग सिंडिकेट का प्रमुख है।
ड्रग तस्करी से अर्जित अवैध धन का पता लगाने के लिए गहन वित्तीय जांच की गई, जिसमें सिटी बैंक में एक बैंक खाता और एक लग्जरी कार मिनी कूपर शामिल थी। नवंबर 2025 में इन संपत्तियों को फ्रीज किया गया था, जिनकी कुल कीमत 4,164,701 रुपए है। बाद में दिसंबर 2025 में सक्षम प्राधिकारी ने इस कार्रवाई को स्वीकृति दी।
एनसीबी के अनुसार मुख्य आरोपी नवीन चिचकर बेलापुर और नेरुल का आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत पांच मामले दर्ज हैं। इनमें से तीन मामलों का संबंध एनसीबी मुंबई से है, जबकि एक नेरुल पुलिस स्टेशन और एक कस्टम विभाग में दर्ज है। लंबे समय तक निगरानी और प्रयासों के बाद एनसीबी ने उसे गिरफ्तार किया है। वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है।
एनसीबी ने नागरिकों से अपील की है कि वे ड्रग तस्करी के खिलाफ इस लड़ाई में सहयोग करें। नशीले पदार्थों की बिक्री या तस्करी से जुड़ी कोई भी जानकारी नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन (टोल-फ्री नंबर 1933) पर गुमनाम रूप से साझा की जा सकती है।