क्या एनसीआर में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है?
सारांश
Key Takeaways
- एनसीआर में ठंड का तापमान 2 डिग्री गिर गया है।
- कई क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया।
- वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'खराब' से 'बहुत खराब' श्रेणी में है।
- सर्द हवाओं के कारण ठंड में वृद्धि हुई है।
- प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ रही हैं।
नोएडा, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। एनसीआर में सर्दी ने अपने कड़े तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार की रात तापमान में 2 डिग्री की गिरावट आई, जिससे न्यूनतम तापमान कई क्षेत्रों में 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले दिनों में पारा और नीचे गिरने की संभावना है।
आईएमडी के अनुसार, 11, 12 और 13 दिसंबर को दिन का तापमान 23 से 24 डिग्री के बीच और रात का तापमान 8 से 9 डिग्री रहने का अनुमान है। सभी दिनों में हल्का कोहरा भी छा सकता है। सर्द हवाओं के कारण ठंड में वृद्धि हुई है, जबकि तेज़ हवा के चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में कुछ मामूली सुधार भी देखने को मिला है। लेकिन यह सुधार लोगों को राहत प्रदान करने के लिए पर्याप्त नहीं है, क्योंकि अधिकांश स्टेशन अब भी 'खराब' से 'बहुत खराब' श्रेणी में हैं।
गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर कुछ कम हुआ है, लेकिन कई क्षेत्र अब भी सांस लेने में परेशानी उत्पन्न कर रहे हैं। इंदिरापुरम में एक्यूआई 288, लोनी में 375, संजय नगर में 268 और वसुंधरा में 319 दर्ज किया गया है। राजधानी दिल्ली के अधिकांश मॉनिटरिंग स्टेशन 300 से ऊपर की श्रेणी में बने हुए हैं, जिनमें मुकरबा चौक- 315, आनंद विहार- 303, अशोक विहार- 332, बवाना- 335, चांदनी चौक- 309 और डीटीयू में एक्यूआई 333 दर्ज किया गया।
इसके अलावा नोएडा में भी हवा स्वच्छ नहीं हुई है। कुछ स्थानों पर सुधार दिखा, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक है। सेक्टर-125 में 309, सेक्टर-62 में 248, सेक्टर-1 में 292 और सेक्टर-116 में एक्यूआई 332 दर्ज किया गया है। भले ही एक्यूआई कुछ क्षेत्रों में 300 के नीचे आया हो, फिर भी हवा में मौजूद महीन कणों के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश, आँखों में जलन जैसी समस्याएँ हो रही हैं।
तेज हवाओं से कुछ राहत मिली है, लेकिन मौसम विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, हालात सामान्य होने में अभी समय लगेगा। सर्दी और कोहरे के साथ हवा की गुणवत्ता में अगले कुछ दिनों में बड़ा सुधार होने की संभावना कम है।