क्या एनसीआर में कृत्रिम पनीर सप्लाई करने वाला वांछित अपराधी गिरफ्तार हो गया?

सारांश
Key Takeaways
- नोएडा में कृत्रिम पनीर का मामला गंभीर है।
- आरोपी 25,000 रुपए का इनामी था।
- पुलिस की कार्रवाई ने उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाया।
- खाद्य सुरक्षा कानूनों का उल्लंघन एक गंभीर अपराध है।
- संदिग्ध खाद्य सामग्री की जानकारी देना आवश्यक है।
नोएडा, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा के थाना सेक्टर-63 पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए 25,000 रुपए के इनामी वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया।
आरोपी की पहचान अफसर खां, निवासी सहजपुरा, थाना पिसावा, जिला अलीगढ़ के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि यह गिरफ्तारी सोमवार को गोपनीय सूचना और स्थानीय इंटेलिजेंस के आधार पर जी ब्लॉक सर्विस रोड, थाना सेक्टर-63 क्षेत्र से की गई।
पुलिस के अनुसार, आरोपी अपने गांव सहजपुरा, अलीगढ़ स्थित प्लांट में सह-अभियुक्तों के साथ मिलकर कृत्रिम पनीर तैयार करता था। इसके बाद वह इसे दिल्ली और एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों में असली पनीर के रूप में बेचता था।
जांच में पता चला कि आरोपी और उसके साथी दुकानदारों को यह कृत्रिम पनीर सस्ते दामों पर सप्लाई करते थे, ताकि बाजार में आसानी से बिक्री हो सके। इस तरह वे न केवल उपभोक्ताओं को धोखा दे रहे थे, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे थे।
कृत्रिम पनीर में ऐसे रसायनों के इस्तेमाल की आशंका है, जो लंबे समय में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद फिलहाल, सह-अभियुक्तों की तलाश की जा रही है और पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि खाद्य सुरक्षा कानूनों के तहत मिलावटी या नकली खाद्य पदार्थों का निर्माण और बिक्री एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान है। नोएडा पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे संदिग्ध खाद्य सामग्री की जानकारी तुरंत पुलिस या संबंधित विभाग को दें, ताकि इस तरह के अपराधों पर रोक लगाई जा सके।