क्या राहुल गांधी की झूठ बोलने की आदत उनकी विश्वसनीयता को खत्म कर रही है?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
- तमिलिसाई सुंदरराजन ने झूठ बोलने की आदत पर निशाना साधा।
- जनता डीएमके सरकार से असंतुष्ट है।
- प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों का उल्लेख।
- तमिलनाडु में डीएमके की हार की भविष्यवाणी।
थूथुकुडी, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व राज्यपाल और भाजपा की वरिष्ठ नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बातों में अब कोई विश्वसनीयता नहीं रह गई है।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी को झूठ बोलने और बिना इजाजत विरोध प्रदर्शन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। वोटर लिस्ट जमा होने के दस दिन बाद तक किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई। वे अचानक इस मुद्दे को उठा रहे हैं। जो भी वे कह रहे हैं, वह झूठ है, और इस कारण उन्हें अदालत से भी फटकार सुननी पड़ी थी। झूठ बोलना अब उनकी आदत बन गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि कई परियोजनाओं का श्रेय केंद्र सरकार को जाता है। अब तक विदेश गए मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट प्रकाशित करनी चाहिए कि उन्होंने कौन सी परियोजनाएं लाईं और फिर विदेश जाकर अन्य परियोजनाएं लाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
सीएम एमके स्टालिन पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की खुशी केवल छह महीने की है। उन्हें खुश रहने दो। पूरे तमिलनाडु में डीएमके की हार तय है। जनता से पूछिए कि क्या वे मौजूदा सरकार के शासन से संतुष्ट हैं। डीएमके सरकार जनता की बुनियादी समस्याओं पर ध्यान नहीं देती। उनके मुद्दे बेबुनियादी हैं। लोग मौजूदा सरकार के कुशासन से परेशान हैं और एक विकल्प चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि जो राजनेता कहते रहे हैं कि दक्षिण का क्षरण हो रहा है, उनमें से किसी ने भी दक्षिण का विकास नहीं किया है, लेकिन आज चाहे वह हवाई अड्डा हो या बंदरगाह, प्रधानमंत्री मोदी ने शानदार विकास किया है।
उन्होंने आगे कहा कि डीएमके की हार पूरे तमिलनाडु में होने वाली है। मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकती हूं कि डीएमके को हराने का मन प्रदेश की जनता ने बना लिया है।