क्या एनडीए संसदीय दल की बैठक में उपराष्ट्रपति उम्मीदवार तय हुए?

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए संसदीय दल ने प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए अधिकृत किया।
- राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं।
- चुनाव की तारीख 9 सितंबर निर्धारित की गई है।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उपराष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में एनडीए संसदीय दल की एक महत्वपूर्ण बैठक नई दिल्ली में आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा को उम्मीदवार चयन के लिए अधिकृत किया गया। यह जानकारी केंद्रीय अल्पसंख्यक एवं संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने साझा की।
चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, और चुनाव की तारीख भी निर्धारित की जा चुकी है। नामांकन प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो चुकी है, जबकि मतदान और गिनती 9 सितंबर को होगी।
बैठक के बाद, किरेन रिजिजू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा को उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने और उम्मीदवार के नाम को अंतिम रूप देने का अधिकार दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय को एनडीए का समर्थन मिलेगा।
राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि वे एक एनजीओ के प्रेजेंटेशन के लिए आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण किया गया है। राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में चुनाव हारने के बाद चुनाव आयोग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए।
इससे पहले, राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए, जिसमें उन्होंने कहा कि आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर चुनावों में धांधली कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हाल के समय में लोगों में संदेह बढ़ता जा रहा है और भाजपा को एंटी-इनकंबेंसी का सामना नहीं करना पड़ता। उन्होंने कई बिंदुओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि भाजपा की जीत हमेशा अप्रत्याशित होती है।