क्या नीदरलैंड के विदेश मंत्री दिल्ली में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने आए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील का नई दिल्ली दौरा।
- द्वीपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का उद्देश्य।
- महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा।
- उच्चतम राजनीतिक स्तरों पर बातचीत का स्वागत।
- व्यापार और निवेश में अवसरों की खोज।
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से आधिकारिक दौरे पर नई दिल्ली आए हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय ने नीदरलैंड के विदेश मंत्री के दौरे के संबंध में जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "भारत में आपका स्वागत है। नीदरलैंड के विदेश मंत्री डेविड वैन वील आज नई दिल्ली पहुंचे। दिल्ली और मुंबई में आयोजित उनके कार्यक्रमों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने और उसमें विविधता लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।"
इस महीने की शुरुआत में, भारत और नीदरलैंड ने नई दिल्ली में 13वीं विदेश कार्यालय परामर्श बैठक आयोजित की। इसमें दोनों देशों के बीच सेमीकंडक्टर और एआई, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, ग्रीन हाइड्रोजन और शिपिंग, रक्षा और सुरक्षा, महत्वपूर्ण तकनीकों और नवाचार जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही पानी, कृषि और स्वास्थ्य (डब्ल्यूएएच एजेंडा) के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर भी विचार विमर्श किया गया।
दोनों पक्षों ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को एक नई रणनीतिक दिशा देने की अपनी योजना को दोहराया। विदेश मंत्रालय द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, भारत और नीदरलैंड ने उच्चतम राजनीतिक स्तरों पर बढ़ती बातचीत और आदान-प्रदान का स्वागत किया।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीदरलैंड के पीएम डिक शूफ ने 23 नवंबर 2025 को जोहान्सबर्ग में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा, तकनीक, नवाचार और जल संसाधन जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी तेजी से बढ़ रही है।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ से मिला। हमारे दोनों देशों के बीच जल संसाधन, नवाचार, तकनीक और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी तेजी से बढ़ रही है। हम आने वाले समय में व्यापार और निवेश को और गहरा करने के लिए काम करते रहेंगे।"
दोनों नेताओं ने बैठक के दौरान रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से आपसी निवेश बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा की। इस संदर्भ में पीएम शूफ ने लिखा, "नीदरलैंड और भारत व्यापार, सुरक्षा और नवाचार के क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे हैं। हम विश्व में भारत में चौथे सबसे बड़े निवेशक हैं। इसलिए जी20 समिट के दौरान दक्षिण अफ्रीका में नरेंद्र मोदी से थोड़ी देर के लिए मिलना अच्छा रहा।"
पीएम शूफ ने लिखा, "हमने रणनीतिक साझेदारी के जरिए आपसी निवेश बढ़ाने की संभावनाओं और अगले साल नई दिल्ली में भारत-एआई इम्पैक्ट समिट में मेरे शामिल होने पर चर्चा की। नीदरलैंड और भारत लंबे समय तक मिलकर काम करते रहेंगे। तेजी से बदलती दुनिया में, यह आवश्यक है कि हम एक-दूसरे पर भरोसा करते रहें।"