क्या साड़ी और आर्थिक नीतियों के जरिए निर्मला सीतारमण ने अपनी सादगी साबित की?

सारांश
Key Takeaways
- निर्मला सीतारमण का राजनीतिक सफर महिलाओं के लिए प्रेरणा है।
- वह पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं।
- उनकी सादगी और समर्पण कार्यशैली का मुख्य हिस्सा हैं।
- उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी जैसे महत्वपूर्ण निर्णयों का समर्थन किया।
- निर्मला ने रक्षा मंत्रालय का कार्यभार भी संभाला।
नई दिल्ली, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार में वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालने वाली निर्मला सीतारमण का राजनीतिक सफर उपलब्धियों और चुनौतियों का एक अनूठा मिश्रण है। वह भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। तमिलनाडु के मदुरै से लेकर दिल्ली के सत्ता गलियारों तक उनकी प्रभावशाली उपस्थिति महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को मदुरै, तमिलनाडु में हुआ। उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की।
वैश्विक आर्थिक मुद्दों में उनकी गहरी रुचि और शैक्षणिक पृष्ठभूमि ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर खास पहचान दिलाई। राजनीति में कदम रखने से पहले उन्होंने कॉर्पोरेट क्षेत्र में एक सफल पेशेवर के रूप में अपनी पहचान बनाई।
साल 2006 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई। उनकी वाकपटुता और तार्किक संवाद शैली के कारण उन्होंने पार्टी में अपनी लोकप्रियता बढ़ाई। उनकी बौद्धिक क्षमता को देखते हुए भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाने के साथ-साथ प्रवक्ता का महत्वपूर्ण कार्य सौंपा।
मीडिया के मंचों पर उन्होंने पार्टी का पक्ष मजबूती से रखा और विपक्ष में रहते हुए यूपीए सरकार की आर्थिक विफलताओं को उजागर किया।
साल 2014 में मोदी सरकार में उन्हें पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। अपने पहले कार्यकाल में वह वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की स्वतंत्र प्रभारी मंत्री रहीं, जहां उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णयों का समर्थन किया।
साल 2017 में निर्मला सीतारमण ने भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनकर इतिहास रचा। इस दौरान उन्होंने डोकलाम जैसे संकटों में सरकार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वह सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरने वाली देश की पहली महिला रक्षा मंत्री बनीं। अरुण जेटली के बाद उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद यह दूसरा अवसर था, जब किसी महिला ने रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने लगातार आठ बजट पेश कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। साउथ ब्लॉक में उनकी उपस्थिति उन्हें देश की सबसे प्रभावशाली महिला नेताओं में से एक बनाती है। सादगी और समर्पण के साथ सरकार के एजेंडे को लागू करना उनकी कार्यशैली का मूलमंत्र है।
2019 में कमान संभालने के बाद, बजट के दौरान निर्मला सीतारमण की साड़ी हमेशा चर्चा का विषय रहती है। इस महत्वपूर्ण मौके पर वह जो साड़ी पहनती हैं, उसमें भारत की संस्कृति का प्रतिबिंब होता है।