क्या एनआईटी हमीरपुर ने इतिहास रचा? छात्र आर्यन को मिला 3.40 करोड़ रुपए का सालाना पैकेज

सारांश
Key Takeaways
- आर्यन मित्तल ने 3.40 करोड़ का पैकेज प्राप्त किया।
- एनआईटी हमीरपुर की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई है।
- विद्यार्थियों को प्रेरणा मिली है।
- प्रतिष्ठित कंपनियों ने रुचि दिखाई है।
- सही दिशा में मेहनत करने से सफलता संभव है।
हमीरपुर, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) हमीरपुर ने प्लेसमेंट के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। सत्र 2025-2026 के आरंभ में ही संस्थान ने 3.40 करोड़ रुपए का सर्वोच्च पैकेज पाने में सफलता प्राप्त की है।
यह उपलब्धि इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (डुअल डिग्री) के छात्र आर्यन मित्तल ने प्राप्त की है, जिन्हें एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी (एमएनसी) द्वारा इंग्लैंड में नौकरी का अवसर प्रदान किया गया है। शिमला के निवासी आर्यन मित्तल एनआईटी हमीरपुर के सबसे बड़े पैकेज धारक बन गए हैं।
आर्यन मित्तल के इस ऐतिहासिक चयन से पूरा संस्थान उत्साहित है। एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रो. सूर्यवंशी और रजिस्ट्रार अर्चना ननोटी ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह संस्थान के लिए गर्व का क्षण है और यह उपलब्धि आने वाले विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।
इसी वर्ष, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग की छात्रा मानसी जोशी को भी एक करोड़ रुपए का वार्षिक पैकेज मिला है, जिससे संस्थान की प्रतिष्ठा और अधिक बढ़ी है।
इस वर्ष एनआईटी हमीरपुर के विद्यार्थियों में टेस्ला, अमेजन, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, जेपी मॉर्गन और सैमसंग जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों ने रुचि दिखाई है, जिससे संस्थान की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तकनीकी दक्षता का वैश्विक स्तर पर प्रमाण मिला है।
आर्यन मित्तल ने कहा कि एनआईटी हमीरपुर में अध्ययन के दौरान मिली शिक्षा और मार्गदर्शन ने ही मुझे यह मुकाम दिलाया है। पहले भी मुझे चार करोड़ के पैकेज का ऑफर मिला था, लेकिन इस बार 3.40 करोड़ का पैकेज मेरे लिए विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह मेरे परिश्रम और संस्थान के सहयोग का परिणाम है।
उन्होंने छात्रों से कहा कि लक्ष्य प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास और आत्मविश्वास जरूरी है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के एचओडी डॉ. अश्वनी राणा ने कहा कि इस सफलता का श्रेय पूरे संकाय और प्लेसमेंट टीम की कड़ी मेहनत को जाता है। उन्होंने बताया कि आर्यन मित्तल की लगन, अनुशासन और संस्थान के सहयोग ने मिलकर यह गौरवशाली उपलब्धि संभव की है।
एनआईटी हमीरपुर की यह उपलब्धि न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय बन गई है और इससे यह साबित होता है कि यदि लगन और दिशा सही हो, तो अवसर सीमाओं से परे होते हैं।