क्या नीतीश कुमार को माफी मांगनी चाहिए? समुदाय का अपमान हुआ : वीरेंद्र सिंह
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार को माफी मांगने की सलाह दी गई।
- सपा सांसद का बयान शर्मनाक घटना पर आधारित है।
- एसआईआर के माध्यम से निशाना बनाने का आरोप।
- भारत के सम्मान को लेकर पीएम मोदी की बात।
- महात्मा गांधी के राम से संबंधित टिप्पणी।
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संबंधित हिजाब विवाद पर बयानबाजी जारी है। इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार को माफी मांगनी चाहिए।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में सपा सांसद ने कहा कि यह घटना शर्मनाक है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बेटी का सम्मान नहीं किया। उन्होंने एक समुदाय के साथ-साथ उस महिला का भी अपमान करने की कोशिश की। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दिए गए बयान पर सपा सांसद ने कहा कि हम कभी भी सैनिकों के संदर्भ में टिप्पणी नहीं करते हैं। 'ऑपरेशन सिंदूर' में सैनिकों के कारण नहीं, बल्कि उनके राजनीतिकरण के चलते नुकसान हुआ है।
सांसद ने एसआईआर पर कहा कि किसी ने इसे गलत नहीं कहा है। सवाल उठ रहे हैं कि एसआईआर को कैसे और किस इरादे से लागू किया जा रहा है। एसआईआर के जरिए एक खास समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि चुनावों के दौरान चुप्पी साधी जाती है। बिहार के लोग भाजपा से पूछ रहे हैं कि उन्होंने कितने घुसपैठियों की पहचान की है, कितनों को डिटेंशन सेंटर भेजा है और उनके खिलाफ कितने एक्शन लिए हैं। यह वोट में हेरफेर करने, वोट चुराने और बिहार चुनाव जीतने का एक जरिया था।
इथियोपिया में पीएम मोदी के सम्मान पर सांसद ने कहा कि जब प्रधानमंत्री को सम्मानित किया जाता है, तो देश सम्मानित होता है। इसका स्वागत किया जाना चाहिए। लेकिन, भारत बड़ा देश बन गया है। छोटे देशों से सम्मान लेना अच्छी बात नहीं है।
वहीं, 'विकसित भारत: जी राम जी' बिल पर समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने कहा कि अगर कोई राम का सबसे बड़ा भक्त था, तो वह महात्मा गांधी थे, जिनके आखिरी शब्द भी 'राम' थे। अब, नाम बदलकर, इस तरह बापू का अपमान करना सही नहीं है।