क्या नीतीश कुमार ने चुनाव की वजह से पेंशन राशि बढ़ाने की घोषणा की?

सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार ने पेंशन राशि बढ़ाई है।
- यह चुनावी वर्ष में एक महत्वपूर्ण घोषणा मानी जा रही है।
- बसपा नेता रामजी गौतम ने इसे चुनावी चाल बताया है।
- बिहार की जनता इस बार बदलाव की ओर देख रही है।
- पेंशन राशि में वृद्धि से 1 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को फायदा होगा।
कैमूर, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं के लिए पेंशन की राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर 1,100 रुपये करने की घोषणा की है। इस पर बसपा नेता रामजी गौतम ने कहा कि चुनाव का साल है, इसलिए सरकार को पेंशन की याद आई है।
कैमूर में मीडिया से बातचीत के दौरान, बसपा नेता ने कहा कि चुनाव के समय सरकार को अचानक सब कुछ याद आ जाता है। अभी तो उन्होंने पेंशन बढ़ाकर 1,100 रुपये कर दी है, और जल्द ही राशन की दुकानों के माध्यम से तेल, आटा और चावल भी मुफ्त दिया जाएगा। लेकिन यह सेवा केवल दो-तीन महीनों के लिए होगी। एनडीए सरकार का एकमात्र उद्देश्य गरीबों से वोट लेना और सत्ता में वापस आना है।
रामजी गौतम ने यह भी कहा कि इस बार बिहार की जनता, खासकर गरीब और वंचित लोग समझ गए हैं कि क्या करना है। इस बार बिहार में बदलाव निश्चित है। उन्होंने दावा किया है कि बिहार की सत्ता में बसपा अहम भूमिका निभाएगी क्योंकि आने वाले विधानसभा चुनाव में आकाश आनंद पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा के नेता रामजी गौतम ने कहा कि सभी सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी। हम किसी के साथ नहीं हैं और सभी पार्टियों को चुनौती दी है कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे भी सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ें। किसी भी पार्टी को बैसाखी की आवश्यकता क्यों पड़ रही है? बिहार में इस बार बदलाव होकर रहेगा।
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को हर माह मिलने वाली 400 रुपये की सहायता राशि को बढ़ाकर 1100 रुपये कर दिया है। सीएम नीतीश कुमार के अनुसार, बढ़ी हुई राशि हर माह की 10 तारीख को लाभार्थियों के खाते में डाली जाएगी। इससे 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लाभार्थियों को काफी मदद मिलेगी।