क्या नोएडा में ग्राम सुविधाओं की बड़ी समीक्षा से सुधार संभव है?
सारांश
Key Takeaways
- नोएडा के ग्रामों में सुविधाओं में सुधार के लिए विशेष अभियान।
- जलापूर्ति और कचरा प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित।
- सभी नालियों की सिल्ट सफाई एक महीने के भीतर।
- ग्रामवासियों के सहयोग से सुधार कार्य।
- स्थायी समाधान की दिशा में प्राधिकरण का प्रयास।
नोएडा, ७ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में नोएडा के घनी जनसंख्या वाले ग्राम क्षेत्रों में सुविधाओं को सुधारने के लिए प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम की अध्यक्षता में शुक्रवार को एक विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जलापूर्ति, सीवर लाइन, सफाई व्यवस्था, नालियों, सड़कों की मरम्मत और कचरा प्रबंधन पर गहन चर्चा हुई।
पहले चरण में बरौला, सदरपुर, छलेरा, गिझोड़, सर्फाबाद, सलारपुर, मोरना, याकूबपुर और भंगेल ग्रामों में विशेष सुधार कार्य आरंभ होंगे। इसके अंतर्गत निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, जिनमें सीवर लाइन की सफाई का एक महीने का अभियान सभी ग्रामों में मेन होल और सीवर लाइनों की गहरी सफाई के रूप में किया जाएगा।
ओवरफ्लो को रोकने के लिए सम्पवेल और पंपिंग सेट उन स्थानों पर लगाए जाएंगे जहां सीवर ओवरफ्लो की शिकायतें मिली हैं, ताकि गंदा पानी सड़कों पर न फैले। छोटी सीवर लाइनों को बड़ी लाइनों से जोड़ने का कार्य ग्रामों की जनसंख्या के सर्वेक्षण के आधार पर किया जाएगा और बाहरी क्षेत्रों में छोटे एसपीएस (सीवेज पंपिंग स्टेशन) स्थापित किए जाएंगे।
जन स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह एक महीने के भीतर सभी नालियों की सिल्ट सफाई पूरी करें। जलभराव वाले क्षेत्रों में विशेष सफाई और ब्लीचिंग का कार्य होगा।
डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में वृद्धि की जाएगी। ग्रामों की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए कचरा उठाने वाली गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अतिरिक्त, पशुओं के गोबर का प्रबंधन – गोबर गैस प्लांट की योजना भी बनाई जाएगी।
खाली भूखंडों पर कचरे के ढेर को समाप्त किया जाएगा। ग्रामों के बाहरी हिस्सों में पड़े कचरे के ढेर हटाकर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे ताकि दोबारा कचरा न डाला जा सके। सभी वेंडर्स को डबल डस्टबिन रखने की अनिवार्यता लागू की जाएगी।
टूटी नालियों और जालियों की मरम्मत एक महीने के भीतर की जाएगी। जहां लोग नालियों को ढककर रैम्प या सीढ़ियां बना चुके हैं, उन्हें ग्रामवासियों के सहयोग से हटाया जाएगा।
इस बैठक के बाद, उम्मीद जताई जा रही है कि नोएडा के इन ग्रामों में जलभराव, कचरा निस्तारण, सीवर ओवरफ्लो और साफ-सफाई की स्थिति में व्यापक सुधार होगा। प्राधिकरण ने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल सफाई तक सीमित नहीं होगा, बल्कि स्थायी समाधान की दिशा में भी कार्य किया जाएगा। अधिकारी प्रत्येक कार्य की निगरानी करेंगे और समय सीमा के भीतर निष्पादन सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष्णा करूणेश, विशेष कार्याधिकारी महेंद्र प्रसाद, महाप्रबंधक (सिविल/जन स्वास्थ्य) एके अरोड़ा, एसपी सिंह, महाप्रबंधक (जल/विद्युत) आरपी, इंदु प्रकाश सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ प्रबंधक उपस्थित रहे।