क्या नोएडा में बारिश ने हवा की गुणवत्ता को बेहतर किया?

सारांश
Key Takeaways
- बारिश ने हवा की गुणवत्ता में सुधार किया है।
- नोएडा का एक्यूआई 54 दर्ज किया गया।
- ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 74 है।
- हवा में खतरनाक कणों की मात्रा कम हुई है।
- बच्चों और बुजुर्गों को राहत मिलने की संभावना है।
नोएडा, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली और पूरे एनसीआर में अक्सर प्रदूषण इतना अधिक होता है कि यह राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा और आम जनता के लिए एक चुनौती बन जाता है। लेकिन, पिछले दो दिनों की बारिश के कारण कोविड संकट के बाद पहली बार हवा की गुणवत्ता (एक्यूआई) 50 के करीब पहुँच गई है।
गुरुवार को नोएडा का एक्यूआई 54 दर्ज किया गया, जो 'अच्छी' श्रेणी के बहुत नजदीक है। दूसरी ओर, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 74 दर्ज किया गया, जो 'संतोषजनक' श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले कुछ दिनों से हो रही निरंतर बारिश और तेज़ हवाओं ने हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार किया है। इस मौसमी परिवर्तन ने हवा में प्रदूषण को कम किया और दृश्यता को बढ़ाया है। हल्की ठंडक और सुहावना मौसम लोगों को गर्मी और उमस से राहत प्रदान कर रहा है।
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, बारिश ने हवा में मौजूद धूल और हानिकारक गैसों को धोकर हवा को साफ कर दिया है। हवा में खतरनाक कणों (पीएम 2.5 और पीएम 10) की मात्रा में भी कमी आई है। इससे सांस की बीमारियों से ग्रस्त लोगों को राहत मिलने की संभावना है।
नोएडा जैसे औद्योगिक और तेजी से बढ़ते शहर में ऐसे शुद्ध वातावरण का होना असामान्य है। यहां आमतौर पर हवा की गुणवत्ता (एक्यूआई) 200 से अधिक रहती है, इसलिए इस सुधार को विशेष माना जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रह सकती है, जिससे हवा और भी साफ होगी। इसका सबसे अधिक लाभ बच्चों और बुजुर्गों को मिलेगा, जो गर्मी और प्रदूषण के कारण मौसमी बीमारियों से परेशान थे।