क्या नोएडा में ओवरलोड वाहनों पर कड़ी कार्रवाई हुई? 13 वाहन जब्त, 8.80 लाख रुपए का जुर्माना वसूला!

सारांश
Key Takeaways
- नोएडा में ओवरलोड वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की गई है।
- 13 ओवरलोड वाहनों को जब्त किया गया है।
- 8.80 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।
- सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
- ओवरलोडिंग से बचने की अपील की गई है।
नोएडा, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर मेधा रूपम के निर्देशों के अनुसार, परिवहन विभाग ने ओवरलोड वाहनों के खिलाफ एक सख्त अभियान चलाया। इस अभियान के तहत, बीती रात 13 ओवरलोड वाहनों को पकड़ा गया और 8 लाख 80 हजार का जुर्माना वसूला गया।
यह कार्रवाई सेक्टर-142, नॉलेज पार्क और बादलपुर क्षेत्र में की गई। इस अभियान का संचालन संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) डॉ. उदित नारायण पांडेय के मार्गदर्शन में हुआ, जबकि सहायक अधिकारी नंद कुमार, अभिषेक कनौजिया और यात्रीकर अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।
डॉ. उदित नारायण पांडेय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025 में अब तक विभाग ने 756 वाहनों का चालान किया है और 506 वाहनों को बंद किया गया है। इन कार्रवाइयों से अब तक 3 करोड़ 28 लाख का जुर्माना वसूला जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह सख्ती आगे भी जारी रहेगी ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ओवरलोडिंग पर पूर्ण अंकुश लगाया जा सके।
उन्होंने ओवरलोडिंग के नुकसान बताते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ता है। अधिक वजन से वाहन का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे ब्रेक फेल, टायर फटने और पलटने का जोखिम बढ़ जाता है। इसके अलावा, वाहन की क्षति भी होती है। इंजन, सस्पेंशन, टायर और ब्रेक पर दबाव बढ़ता है, जिससे वाहन जल्दी खराब हो सकता है। साथ ही, सड़कें भी खराब होती हैं। ओवरलोड वाहन गड्ढे और दरारें पैदा करते हैं, जिससे सड़कें जल्दी टूट-फूट जाती हैं और बार-बार मरम्मत करनी पड़ती है। इसके साथ ही ईंधन की बर्बादी और प्रदूषण भी बढ़ता है। अधिक वजन उठाने में अधिक ईंधन खर्च होता है, जिससे लागत बढ़ती है और पर्यावरण को भी नुकसान पहुँचता है।
परिवहन विभाग ने अपील की है कि सभी ट्रक चालक, वाहन मालिक और परिवहन कारोबारी वाहनों की निर्धारित क्षमता का पालन करें और ओवरलोडिंग से बचें। ऐसा करने से न केवल सड़क दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा, बल्कि वाहनों की उम्र भी बढ़ेगी, सड़कें सुरक्षित रहेंगी और पर्यावरण की रक्षा होगी।