क्या नोएडा प्राधिकरण ने सिंगल-यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाया?
सारांश
Key Takeaways
- नोएडा प्राधिकरण का अभियान स्वच्छता को बढ़ावा देता है।
- 1 जुलाई 2022 से सिंगल-यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लागू है।
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में शीर्ष स्थान पाने का लक्ष्य।
- अभियान के दौरान 120 किलोग्राम प्लास्टिक सामग्री जब्त की गई।
- भविष्य में सख्त दंडात्मक कार्रवाई का आश्वासन।
नोएडा, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा प्राधिकरण द्वारा शहर को स्वच्छ, सुंदर और प्लास्टिक-मुक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष स्थान हासिल करने के लक्ष्य के साथ, प्राधिकरण ने स्वच्छता अभियानों को और तेज कर दिया है। इसी दिशा में, सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए एक विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया।
यह ज्ञात है कि केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2022 से देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है। इस आदेश का पालन सुनिश्चित करने हेतु नोएडा प्राधिकरण द्वारा लगातार निगरानी और कार्रवाई की जा रही है। सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए प्राधिकरण अक्सर छापेमारी अभियान चलाता है और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर आर्थिक दंड भी लगाया जाता है।
इसी अभियान के अंतर्गत, गुरुवार को इंदुप्रकाश सिंह (जन स्वास्थ्य अधिकारी) और गौरव बंसल (परियोजना अभियंता, जन स्वास्थ्य-1) ने सेक्टर-4 स्थित फोटोनिक ग्रुप, ए-69 का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि क्लाउड किचन के परिसर में सिंगल यूज प्लास्टिक का खुलासा हो रहा था। इसके साथ ही, वहां भारी मात्रा में गंदगी थी और खाद्य अवशेष नालियों में बहाए जा रहे थे, जिससे स्वच्छता पर गंभीर असर पड़ रहा था।
निरीक्षण टीम ने मौके से करीब 120 किलोग्राम प्लास्टिक सामग्री जब्त की। यह कार्रवाई न केवल स्वच्छता अभियान का हिस्सा है, बल्कि सिंगल-यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस दौरान अभिज्ञानम (आईसी एक्सपर्ट, मैसर्स गाइडेड फॉर्च्यून समिति), एनजीओ के अन्य सदस्य और स्थानीय पुलिस बल भी उपस्थित थे।
अधिकारियों ने संबंधित प्रतिष्ठानों को चेतावनी दी कि भविष्य में यदि सिंगल-यूज प्लास्टिक का उपयोग फिर से पाया गया तो कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।