क्या ओडिशा में 20 गायों की मौत के लिए बीजद ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा में 20 गायों की मौत ने राजनीतिक विवाद खड़ा किया है।
- बीजद ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
- खाने की बर्बादी और प्रशासन की लापरवाही की आलोचना की गई है।
- महिला उम्मीदवार का चुनाव में भाग लेना महत्वपूर्ण है।
भुवनेश्वर, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बीजू जनता दल (बीजद) ने रविवार को ओडिशा सरकार पर नुआपाड़ा जिले में मुख्यमंत्री मोहन माझी की हालिया जनसभा के बाद 20 गायों की मृत्यु के लिए आरोप लगाया।
बीजद प्रवक्ता डॉ. लेनिन मोहंती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया।
डॉ. मोहंती ने कहा कि मुख्यमंत्री की रैली के लिए लगभग 10,000 लोगों के लिए भोजन तैयार किया गया था, लेकिन केवल 1,500 लोग ही उपस्थित हुए। जानकारी के अनुसार, बचे हुए खाने को खुले में फेंक दिया गया, जिसे लावारिस मवेशियों ने खा लिया।
उन्होंने कहा कि भोजन विषाक्त हो गया था, जिसके परिणामस्वरूप 20 गायों की मृत्यु हुई और कई अन्य बीमार हुईं। यह प्रशासन की लापरवाही और योजनाबद्धता की कमी को दर्शाता है। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए इसे ओडिशा के राजनीतिक इतिहास में अद्वितीय बताया और स्थानीय अधिकारियों तथा कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने कहा कि यदि यह स्पष्ट था कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना नहीं थी, तो सरकार को भोजन की बर्बादी से बचना चाहिए था या इसे सुरक्षित तरीके से निपटाना चाहिए था। गायों की मृत्यु के लिए जिम्मेदारी अवश्य ली जानी चाहिए।
बीजद नेता ने आगामी नुआपाड़ा उपचुनाव के लिए बीजद उम्मीदवार स्नेहांगिनी चुरिया की नामांकन रैली में समर्थकों को भारी भीड़ के लिए धन्यवाद भी दिया।
मोहंती ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि चुरिया इस निर्वाचन क्षेत्र से पहली महिला उम्मीदवार बनीं, जो महिला सशक्तिकरण के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।