क्या ओडिशा के कंधमाल में माओवादी ठिकाने का भंडाफोड़ हुआ है?

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क्या ओडिशा के कंधमाल में माओवादी ठिकाने का भंडाफोड़ हुआ है?

सारांश

ओडिशा के कंधमाल जिले में सुरक्षा बलों ने एक माओवादी ठिकाना उजागर किया है। इस कार्रवाई में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। क्या यह माओवादी गतिविधियों पर असर डालेगा? जानिए इस महत्वपूर्ण घटना के बारे में।

Key Takeaways

  • कंधमाल में माओवादी ठिकाने का भंडाफोड़
  • भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद
  • सुरक्षा बलों की सक्रियता
  • स्थानीय प्रशासन की अपील
  • माओवादी गतिविधियों पर अंकुश

कंधमाल, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के कंधमाल जिले में सुरक्षा बलों ने एक महत्वपूर्ण माओवादी ठिकाना उजागर करते हुए भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और अन्य माओवादी उपकरण बरामद किए।

यह कार्रवाई जिला स्वैच्छिक बल (डीवीएफ) द्वारा बेलगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिनाहिबाली गांव के पास गुमा आरक्षित वन में चलाए गए माओवादी विरोधी अभियान के दौरान की गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, डीवीएफ की एक विशेष टीम नियमित तलाशी अभियान के तहत जंगल में गश्त कर रही थी, तभी उन्हें माओवादियों का एक गुप्त ठिकाना मिला। इस ठिकाने से सुरक्षा बलों ने 564 विद्युत डेटोनेटर, 77 गैर-विद्युत डेटोनेटर, 4 रिमोट कंट्रोल, 2 विद्युत सेंसर, 2 बैटरी इनपुट, 1 विद्युत स्विच, 1 स्टील ड्रम और 1 स्टील टिफिन सहित अन्य सामग्री बरामद की।

बरामद सामग्री की मात्रा और प्रकृति से संकेत मिलता है कि माओवादी किसी बड़ी विध्वंसक गतिविधि की योजना बना रहे थे, जिसे सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई ने विफल कर दिया।

बरामद विस्फोटकों के उपयोग का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, ये सामग्रियां किसी बड़े हमले या विध्वंसक गतिविधि के लिए जमा की गई थीं। पुलिस और सुरक्षा बल यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या इस ठिकाने का संबंध माओवादियों के किसी बड़े नेटवर्क से है।

कंधमाल जिला अपने घने जंगलों और दुर्गम इलाकों के लिए जाना जाता है। लंबे समय से यह क्षेत्र माओवादी गतिविधियों का गढ़ रहा है। हालांकि, हाल के वर्षों में सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाइयों ने माओवादियों की गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लगाया है।

सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई से माओवादियों को एक और बड़ा झटका लगा है। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। साथ ही सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में अपनी गश्त और तलाशी अभियान तेज करने का फैसला किया है ताकि माओवादी खतरे को पूरी तरह खत्म किया जा सके।

Point of View

इस क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों का इतिहास है। इसलिए, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों को निरंतर vigilance बनाए रखने की आवश्यकता है।
NationPress
19/07/2025

Frequently Asked Questions

कंधमाल में माओवादी गतिविधियों का इतिहास क्या है?
कंधमाल जिला लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का गढ़ रहा है। यहाँ के घने जंगल और दुर्गम इलाके माओवादियों के लिए अनुकूल हैं।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई के परिणाम क्या हो सकते हैं?
सुरक्षा बलों की इस कार्रवाई से माओवादियों को एक बड़ा झटका लगा है और इससे क्षेत्र में उनकी गतिविधियों में कमी आ सकती है।